तिरुवनंतपुरम। केरल के वायनाड में हुए भूस्खलन के बाद राहत और बचाव कार्यों का आज पांचवां दिन है। अब तक मृतकों का आंकड़ा 308 हो चुका है। अभी भी शवों की तलाश जारी है।
भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल विकास राणा ने बताया कि आज भी कल की ही तरह विभिन्न जोन्स के लिए अलग-अलग टीमें बनाई जाएंगी। टीमों के साथ वैज्ञानिक और स्निफर डॉग्स भी मौजूद रहेंगे। सेना के अधिकारी ने बताया कि स्थानीय लोग भी राहत और बचाव कार्य में मदद कर रहे हैं।
शवों और अवशेषों को दफनाने के लिए दिशा-निर्देश जारी
केरल के आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, प्रत्येक शव या शरीर के अंग को एक पहचान संख्या दी जाएगी। निर्देशों में कहा गया है कि अवशेषों के सभी नमूने, तस्वीरों या वीडियो और शरीर से जुड़ी भौतिक वस्तुओं का भी रिकॉर्ड में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया जाएगा।
84 लोगों का अस्पताल में चल रहा इलाज
भूस्खलन में घायल हुए 84 लोगों का वायनाड, कोझिकोड और मलाप्पुरम के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। 187 लोग अस्पतालों से डिस्चार्ज भी हो चुके हैं।
सेना के रडार और ऑपरेटर्स आज वायनाड पहुंचेंगे
केरल सरकार की अपील पर सेना की नॉर्दर्न कमांड से एक जावेर रडार और तिरंगा माउंटेन रेस्क्यू ऑर्गेनाइजेशन से चार रेकी रडार और इनके ऑपरेटर्स आज दिल्ली से वायनाड के लिए रवाना होंगे। इनका इस्तेमाल राहत और बचाव कार्यों में किया जाएगा।
भूस्खलन वाली जगह पहुंचे मोहनलाल
भूस्खलन प्रभावित जगह पर मशहूर अभिनेता मोहनलाल भी पहुंचे। मोहनलाल भारतीय सेना की टेरिटोरियल आर्मी में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल हैं। भूस्खलन वाली जगह पर मोहनलाल सेना की वर्दी में पहुंचे और वहां सेना के अधिकारियों व जवानों से मुलाकात की। मोहनलाल ने राहत और बचाव कार्यों का जायजा लिया।