दिल्ली पुलिस ने दो अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को हिरासत में लिया है। इन दोनों की पहचान अब्दुल रफीकुल के रूप में हुई है। ये दोनों लगभग दो साल पहले भारत आए थे, लेकिन वीजा की समयसीमा खत्म होने के बाद भी वापस नहीं लौटे। पुलिस ने इन दोनों को पकड़ने के बाद वापस भेजने की तैयारी शुरू कर दी है। दिल्ली पुलिस लगातार अवैध प्रवासियों के खिलाफ ऑपरेशन चला रही है और उन्हें उनके देश वापस भेजा जा रहा है। इसी कड़ी में यह कार्रवाई की जा रही है।
दिल्ली पुलिस की तरफ से बताया गया कि दक्षिण पश्चिम जिले में ऑपरेशन सेल ने दो अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को हिरासत में लिया है। इनकी पहचान मोहम्मद अब्दुलअजीज मियां और मोहम्मद रफीकुल इस्लाम के रूप में हुई है।
बांग्लादेश भेजने की प्रक्रिया शुरू पुलिस की तरफ से बताया गया कि सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद, दिल्ली स्थित विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय की मदद से नए निर्वासन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। दिल्ली पुलिस को महिपालपुर इलाके में एक अवैध बांग्लादेशी प्रवासी के रहने की गुप्त सूचना मिली थी। टीम मौके पर पहुंची और मुखबिर की मदद से दो संदिग्धों की पहचान की गई। गहन पूछताछ के दौरान वैध वीजा और यात्रा दस्तावेज मांगने पर, दोनों व्यक्ति कोई भी दस्तावेज नहीं दिखा पाए और उन्होंने स्वीकार किया कि वे लगभग दो साल पहले भारत आए थे, लेकिन वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद भी यहीं रुके रहे।
भारत में अवैध रूप से रह रहे 25 बांग्लादेशी पकड़े गए 25 सितंबर को दिल्ली पुलिस ने भारत में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेश के 25 लोगों को पकड़ा है, जिनमें से 23 उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात से पकड़े गए। पुलिस के अनुसार, पकड़े गए लोगों में पांच नाबालिग और 10 महिलाएं हैं। उन्होंने कहा कि ये सभी लोग किसी भी कानूनी अनुमति या आवासीय दस्तावेजों के बिना पिछले आठ वर्षों से भारत में रह रहे थे। पुलिस ने खुफिया जानकारी के आधार पर दिल्ली में अभियान चलाया, जिसके बाद दो बांग्लादेशी लोगों को पकड़ा गया। उनकी पहचान हसन शेख (35) और अब्दुल शेख (37) के रूप में हुई और दोनों बांग्लादेश के सतखीरा जिले के निवासी हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, “पूछताछ में उन्होंने बताया कि उनके कई रिश्तेदार और सहयोगी कानपुर देहात में रह रहे हैं। पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए वहां छापा मारने के बाद 23 और बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ लिया।”

