नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के राष्ट्रीय राजधानी में स्मारक बनाने को लेकर कांग्रेस के आरोपों पर केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) ने स्थिति साफ की है। गृह मंत्रालय ने इस बारे में जानकारी दी है कि केंद्र सरकार राष्ट्रीय राजधानी में पूर्व पीएम का स्मारक बनाएगी।
इस बारे में गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष खरगे और मनमोहन सिंह के परिवार को सूचित किया है कि सरकार स्मारक के लिए जगह आवंटित करेगी। हालांकि इसमें कुछ वक्त लगेगा। गृहमंत्रालय ने कहा है कि स्मारक बनाने के लिए ट्रस्ट का गठन करना होगा और उसे जगह आवंटित करनी होगी।
इस बीच पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार और अन्य औपचारिकताएं की जा सकती हैं। इससे पहले सरकारी सूत्रों ने कहा था कि कांग्रेस इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है।
सूत्रों ने बताया था कि सरकार ने मनमोहन सिंह का स्मारक बनाने का निर्णय लिया है और इस निर्णय के बारे में कांग्रेस को सूचित किया गया है। हालांकि, सरकार ने यह भी कहा कि स्मारक के लिए उचित स्थान चुनने में कुछ दिन लग सकते हैं।
2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह
मनमोहन सिंह ने कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए सरकार की अगुवाई की थी और जिनका आर्थिक सुधारों में महत्वपूर्ण योगदान माना जाता है। वह 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे। 92 वर्ष की आयु में गुरुवार को उनका निधन हुआ।
कांग्रेस ने क्या लगाया आरोप
कांग्रेस ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि अंतिम संस्कार और स्मारक के लिए उपयुक्त स्थान का चयन न करके जानबूझकर देश के पहले सिख प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का अपमान किया गया।
गृह मंत्रालय ने जारी किया बयान
कांग्रेस ने यह आरोप तब लगाया, जब केंद्रीय गृह मंत्रालय ने घोषणा की कि मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार शनिवार की सुबह 11.45 बजे नई दिल्ली के निगमबोध घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में बताया गया कि मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार शनिवार को निगमबोध घाट पर होगा। इस दौरान उन्हें पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी।