टीपी नगर स्थित रघुकुल विहार में रहने वाले बिल्डर पंकज मित्तल के यहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बृहस्पतिवार सुबह करीब सात बजे छापा मारा। इस दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और लैपटॉप ईडी ने कब्जे में ले लिए। उन्नति फॉरच्यून ग्रुप के कई ठिकानों पर चलाए गए सर्च अभियान के तहत मेरठ में ईडी ने यह कार्रवाई की है। पंकज मित्तल पूर्व कैंट विधायक शशि मित्तल के भतीजे हैं।
बृहस्पतिवार सुबह करीब 7 बजे पांच-छह गाड़ियों में ईडी के अधिकारी पंकज मित्तल के आवास पर पहुंचे। पत्नी रीता मित्तल, बेटा शिवम मित्तल व पुत्रवधू को ईडी की टीम ने घर से बाहर नहीं जाने दिया। सभी परिजनों के मोबाइल फोन भी अपने कब्जे में ले लिए। बताया गया है कि ईडी ने इससे पहले पंकज मित्तल को नोटिस भेजकर जांच कार्रवाई में सहयोग करने के लिए कहा था। ईडी की टीम पत्रावली, धन, संपत्ति आदि की जांच कर रही है। कार्रवाई के दौरान टीपी नगर थाना पुलिस पंकज मित्तल के आवास के बाहर तैनात रही।
200 करोड़ के फर्जीवाड़े का आरोप
उन्नति फॉरच्यून ग्रुप की नोएडा में 2200 फ्लैट बनाने की योजना थी। इसके लिए निवेशकों से करीब 500 करोड़ रुपये जुटाए गए। कुछ निवेशकों को फ्लैट पर कब्जा दे दिया गया। बाद में दूसरे खरीदारों को यह फ्लैट ज्यादा दाम पर बेच दिए गए। आरोप है कि निवेशकों से जुटाई गई रकम में से 200 करोड़ रुपये अन्य कंपनियों में डायवर्ट कर दिए गए।
सरकारी विभागों निर्माण कार्यों से लेते थे ठेके
पंकज मित्तल ने कई वर्ष तक बिजली विभाग और सड़क निर्माण में ठेकेदारी की। बाद में वह उन्नति फॉरच्यून ग्रुप से जुड़ गए। गाजियाबाद में भी उनकी फर्म बताई जा रही हैं।
उन्नति फार्च्यून होल्डिंग के पूर्व निदेशक अनिल मिठास को ईडी ने किया गिरफ्तार
निवेशकों को फ्लैट देने के नाम पर करीब 200 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने वाले नोएडा व मेरठ के उन्नति फॉर्च्यून होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के संचालक एवं पूर्व निदेशक अनिल मिठास को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। ईडी के अधिकारियों ने कंपनी के नोएडा, मेरठ और दिल्ली के 11 ठिकानों पर आज सुबह छापा भी मारा, जहां से तमाम संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए गए हैं। अनिल को राजधानी स्थित ईडी के जोनल कार्यालय में बुधवार को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, जिसमें सहयोग नहीं करने पर गिरफ्तार कर लिया गया।