नई दिल्ली। फ्रांस के एक प्रकाशन ऑर्गनाइज क्राइम करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट (OCCRP) की रिपोर्ट को लेकर भारत की राजनीति गरमा गई है। भाजपा सांसद संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मुद्दे पर राहुल गांधी और पूरे विपक्ष पर गंभीर आरोप लगाए। वहीं भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने भी राज्यसभा में ये मुद्दा उठाया और इसे लेकर विपक्ष पर गंभीर आरोप लगाए।
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि जब भी भारत की संसद का सत्र चल रहा होता है, तभी विदेशों में कोई न कोई ऐसी रिपोर्ट सामने आती है, जिससे देश की छवि खराब होती है। भाजपा सांसद ने भारत को अस्थिर करने के लिए विदेशी हस्तक्षेप का भी आरोप लगाया।
फ्रांस की एक रिपोर्ट पर उठाए सवाल
भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने शून्य काल के दौरान राज्यसभा में कहा कि ‘जब भारत पीएम मोदी के नेतृत्व में सामरिक, आर्थिक और कूटनीतिक शक्ति बनकर उभरा है, तब से विदेश की बहुत सी ऐसी गतिविधियां हैं, जो भारत की व्यवस्था के आर्थिक, नैतिक, सामाजिक पक्ष पर हमला कर रही हैं।
फ्रांस के एक प्रकाशन ने OCCRP रिपोर्ट पेश किया है। इस रिपोर्ट के अनुसार, इस प्रोजेक्ट को विदेशी सरकारों की फंडिंग है और इसमें जॉर्ज सोरोस का भी कनेक्शन है। इस रिपोर्ट का फोकस भारत पर भी है।
संसद सत्र के समय होती है देश की छवि बिगाड़ने की कोशिश
भाजपा सांसद ने कहा कि ‘पिछले तीन वर्षों से ये क्या संयोग है, जब भारत की संसद का सत्र चलता है, तभी ये रिपोर्ट्स आती हैं। पूर्व में भारत के किसानों को लेकर रिपोर्ट सामने आई , तब भी संसद सत्र चल रहा था।
इसी तरह पेगासस और हिंडनबर्ग रिपोर्ट भी लगभग उसी समय सामने आईं, जब भारत की संसद का सत्र या तो चल रहा था या शुरू होने वाला था। अब बजट सत्र शुरू होने से पहले भारत के उद्योगों के बारे में अमेरिकी अटॉर्नी की रिपोर्ट आती है।
क्या ये महज संयोग है या फिर ये किसी साजिश का हिस्सा है। विगत लोकसभा चुनाव में रूस की सरकार ने भी साफ कहा था कि भारत के चुनाव में हस्तक्षेप की कोशिश हो रही है। ये पहली बार हुआ, जब किसी सरकार ने देश के चुनाव में हस्तक्षेप की बात कही।’
भाजपा सांसद ने विपक्ष पर कसा तंज
सुधांशु त्रिवेदी ने चेतावनी देते हुए कहा कि ‘जिन लोगों के दिल में ये ख्वाब है कि वो भारत को झुका लेंगे, तो मैं उनसे कहना चाहता हूं कि हम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जिस तरह से आगे बढ़ रहे हैं।
ये मत सोचें कि विदेश की किसी चीज का प्रभाव पड़ने वाला है, भारत आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है। विदेश का लाभ लेकर भारत में जो हो रहा है, उनके लिए मैं कहना चाहता हूं।
‘अपने वतन पर सदियों तक है, रही हुकूमत गैरों की
पर कुछ चेहरों पर अब तक है धूल उनके पैरों की’