नई दिल्ली। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने ऐतिहासिक प्रदर्शन किया। अभी तक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 129 सीटों पर आगे चल रही है। 56 सीटों पर शिवसेना ने बढ़त बना रखी है।
39 सीटों पर बढ़त के साथ अजित पवार की पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) तीसरी बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। महाविकास अघाड़ी को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मुंह की खानी पड़ी है। कांग्रेस 20, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (एसपी) 11 सीटों पर आगे हैं। मगर आइए जानते हैं महाराष्ट्र की कुछ चर्चित सीटों का हाल?
स्वरा भास्कर के पति हारे
अणुशक्ति नगर विधानसभा सीट से महाराष्ट्र के दिग्गज नेता नवाब मलिक की बेटी सना मालिक चुनाव जीत गई हैं। अजित पवार की पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस (एनसीपी) ने उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया था।
जवाब में चाचा शरद पवार ने अभिनेत्री स्वरा भास्कर के पति फहाद अहमद को उतारा। यहां सना मलिक 3378 मतों से जीत मिली। स्वरा भास्कर के पति फहाद अहमद को कुल 45963 मत मिले।
वर्सोवा विधानसभा सीट: एजाज खान चुनाव हारे
महाराष्ट्र की वर्सोवा विधानसभा सीट की चर्चा खूब है। दरअसल, यहां से फिल्म अभिनेता एजाज खान ने चुनाव लड़ा। चंद्रशेखर आजाद की पार्टी आजाद समाज पार्टी ने उन्हें प्रत्याशी बनाया। मगर एजाज खान को सिर्फ 131 वोट ही मिले। इस सीट पर शिवसेना (यूबीटी) के हरून खान 9521 मतों से आगे चल रहे हैं। दूसरे स्थान पर भाजपा की डॉ. भारती लावेकर हैं।
रितेश देशमुख के भाइयों का क्या हुआ?
लातूर शहर विधानसभा सीट भी चर्चित सीटों में से एक है। यहां से फिल्म अभिनेता रितेश देशमुख के भाई अमित देशमुख चुनाव मैदान में हैं। अमित अभी 8560 मतों से आगे हैं।
दूसरे स्थान पर भाजपा की डॉ. अर्चना पाटिल चाकुरकर हैं। वहीं लातूर ग्रामीण विधानसभा सीट पर रितेश देशमुख के दूसरे भाई धीरज देशमुख पीछे चल रहे हैं। यहां भाजपा के रमेश काशीराम कराड 1785 मतों से आगे हैं।
जीशान सिद्दीकी 7415 मतों से पीछे
बांद्रा ईस्ट विधानसभा सीट से जीशान सिद्दीकी पीछे चल रहे हैं। शिवसेना (यूबीटी) के प्रत्याशी वरुण सतीश सरदेसाई पहले स्थान पर हैं। वरुण 7415 मतों से आगे चल रहे हैं। बता दें कि जीशान सिद्दीकी महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी के बेटे हैं।
पिछले महीने बाबा सिद्दीकी की मुंबई में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। 2019 में जीशान सिद्दीकी ने कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीता था। हालांकि इस विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने अजित पवार की पार्टी का दामन थाम लिया था।