अयोध्या। रामलला के दर्शन के लिए रामनगरी में गणतंत्र दिवस के दिन से आस्था का जो ज्वार उमड़ा, वह अब तक नहीं थम सका है। यह महाकुंभ का पलट प्रवाह है या श्रद्धालुओं की अगाध आस्था, रामलला व उनके प्रिय दूत बजरंग बली के दरबार में भक्तों का नित्य आगमन जारी है।
प्रयागराज से दिन भर बड़े-बड़े वाहनों से श्रद्धालुओं का आगमन होने से अयोध्या में पिछले पखवारे भर से लागू किए गए प्रतिबंध पूर्व की तरह ही चल रहे हैं। इस कारण अब स्थानीय लोग भी अपने घरों में ही कैद होकर रह रहे हैं। शुक्रवार को स्थिति यह रही कि रामजन्मभूमि पथ व भक्तिपथ ही नहीं, रामपथ भी श्रद्धालुओं से खचाखच भरा नजर आया।
सुबह से जुटी रही भीड़
महाकुंभ में शामिल होकर आ रहे भक्तों की श्रद्धा का केंद्र राम मंदिर व हनुमानगढ़ी ही बना है। इस कारण इन्हीं दोनों स्थानों पर सर्वाधिक भीड़ हो रही। शुक्रवार की सुबह पांच बजे जैसे ही राम मंदिर के पट खुले और दर्शन प्रारंभ हुआ, तब तक हजारों श्रद्धालु रामजन्मभूमि पथ पर कतारबद्ध हो चुके थे।
पुलिस को करनी पड़ी कड़ी मशक्क्त
बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन के कारण पुलिसकर्मियों को उन्हें नियंत्रित करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। हालांकि दिन भर भक्तजन रामलला के दर्शन के लिए मंदिर में जाते रहे और गेट नंबर तीन से निकलते गए। अधिक भीड़ होने के कारण भक्तजन इन दिनों सीधे दर्शन के लिए भेजे जा रहे हैं।
सामान रखने को कम पड़ गए लॉकर
उनका बैग व सामान आदि भी नहीं जमा हो पा रहा है। लॉकर कम पड़ जाने के कारण कम लोगों के ही मोबाइल व सामान किसी तरह से जमा हो रहे हैं। सुरक्षाकर्मियों की प्राथमिकता यही रह रही कि श्रद्धालुओं की भीड़ को दर्शन करके जल्दी से जल्दी मंदिर से बाहर निकाला जाए।
दोपहर तक ढाई लाख लोगों ने किया दर्शन
मंदिर मजिस्ट्रेट व उपजिलाधिकारी अशोक सैनी ने बताया कि शुक्रवार को तो गुरुवार की अपेक्षा थोड़ा कम दर्शनार्थी रहे, लेकिन संख्या अभी भी काफी अधिक है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को दोपहर तीन बजे तक ही ढाई लाख लोगों ने दर्शन कर लिया था। इस कारण माना जा रहा कि रात दस बजे तक लगभग चार लाख से अधिक भक्तों ने दर्शन किया है।
खचाखच भरा रहा राम पथ
राम मंदिर जैसी ही स्थिति हनुमानगढ़ी का भी है। यहां भी भारी भीड़ उमड़ रही। पूरा भक्ति पथ तो खचाखच भरा ही रह रहा, रामपथ तक लाइन लग रही है। हनुमानगढ़ी के पुजारी रमेश दास ने बताया कि मंदिर पहुंचने वाले सभी भक्तों को शीघ्रातिशीघ्र दर्शन करा कर निकाला जा रहा है।