जीआरपी थाना गोलीकांड: बरेली में पुलिसकर्मी दो दिन तक दबाए रहे घटना, सीओ बोले- साजिश नहीं, यह सिर्फ हादसा

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जीआरपी थाना गोलीकांड: बरेली में पुलिसकर्मी दो दिन तक दबाए रहे घटना, सीओ बोले- साजिश नहीं, यह सिर्फ हादसा

बरेली जंक्शन के जीआरपी थाने में पार्टी के दौरान पुलिसकर्मियों में झगड़ा हो गया। इसके बाद दो राउंड फायरिंग हुई। फायरिंग में इंस्पेक्टर और एक सिपाही घायल हो गए। 

दो दिन तक पुलिसकर्मी इस मामले को दबाए रहे। हवालात में बैठाए गए तीन आरोपियों ने बृहस्पतिवार को इसका खुलासा किया तो अधिकारी हरकत में आए। जीआरपी थाना प्रभारी परवेज अली खान समेत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया। स्कॉर्ट ड्यूटी बदलने के दौरान गोली चलने की बात कही जा रही है। अधिकारी पुलिसकर्मियों की लापरवाही तो मान रहे हैं, लेकिन पार्टी की बात से इनकार कर रहे हैं। 

जीआरपी थाने के सिपाही और दरोगाओं का अलग-अलग जगह तबादला हुआ था। थाने में पुलिसकर्मियों ने मंगलवार की रात पार्टी रखी थी। पार्टी के दौरान जीआरपी के सिपाहियों के बीच झगड़ा हुआ। आरोप है कि झगड़े के दौरान ही सिपाहियों ने एक-दूसरे को लक्ष्य कर दो राउंड फायरिंग की। संयोग अच्छा था कि कोई हताहत नहीं हुआ। सिर्फ इंस्पेक्टर परवेज और सिपाही छोटू मामूली रूप से घायल हो गए। मामले की सूचना अधिकारियों को भी दी गई, लेकिन किसी ने इसे उजागर नहीं किया। 

मंगलवार को जीआरपी थाने की हवालात में पहले से तीन आरोपी बैठाए गए थे। वह बाहर आए तो उन्होंने घटना के बारे में सबको बताया। बृहस्पतिवार को मामले ने तूल पकड़ा तो जीआरपी मुरादाबाद अनुभाग के कार्यवाहक एसपी रोहित मिश्रा ने इंस्पेक्टर परवेज अली खान और सिपाही छोटू, मनोज व मोनू को निलंबित कर दिया। मामले की जांच गाजियाबाद के सीओ जीआरपी को सौंपी गई है।

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