नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार में एक बार फिर भारी बिकवाली देखने को मिली है। आज सुबह बाजार खुलते ही दोनों सूचकांक 1 फीसदी से ज्यादा गिर गए। यह बिकवाली जापान के शेयर बाजार की वजह से आई है। पिछले कारोबारी सत्र यानी शुक्रवार को भी सेंसेक्स और निफ्टी निचले स्तर पर बंद हुए थे।
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 1,310.47 अंक या 1.62 फीसदी लुढ़ककर 79,671.48 अंक पर आ गया। निफ्टी भी 404.40 अंक या 1.64 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,313.30 अंक पर कारोबार कर रहा है।
टॉप गेनर और लूजर स्टॉक
निफ्टी अपोलो हॉस्पिटल और सन फार्मा के शेयर की लाभ के साथ कारोबार कर रहे हैं। मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स, हिंडाल्को, टाइटन कंपनी और टाटा स्टील टॉप लूजर स्टॉक हैं।
शुरुआती कारोबार में निवेशकों के 10 लाख करोड़ रुपये डूबे
इस बीच, बीएसई पर सभी सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 10.24 लाख करोड़ रुपये घटकर 446.92 लाख करोड़ रुपये रह गया। सोमवार को रुपया अपने सर्वकालिक निचले स्तर 83.7525 पर पहुंच गया।
क्या है बाजार में गिरावट का कारण?
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ. वी के विजयकुमार ने कहा कि वैश्विक शेयर बाजारों में तेज गिरावट का मुख्य कारण अमेरिकी अर्थव्यवस्था में नरमी की आशंक से प्रेरित है। अमेरिका में जुलाई में रोजगार सृजन में गिरावट दिखी है। बेरोजगारी दर में 4.3% की तेज वृद्धि आई है।
मध्य पूर्व में भू-राजनीतिक तनाव भी बाजार में गिरावट का एक प्रमुख कारण है। आज सुबह निक्केई में 4% से ऊपर की गिरावट जापानी बाजार में संकट का एक संकेतक है। निवेशकों को इस करेक्शन में खरीदारी करने की जल्दबाजी करने की जरूरत नहीं है। बाजार के स्थिर होने का इंतजार करें।