श्रीनगर। रियल इस्टेट और कश्मीरी हस्तशिल्प शिल्प से जुड़े कुछ लोगों के कश्मीर से दुबई तक फैले हवाला नेटवर्क की जांच करते हुए आयकर विभाग ने 800 करोड़ रुपये के निवेश का पता लगाया है। इसके अलावा कश्मीर में 50 करोड़ रूपये से अधिक की संपत्ति के सौदों से जुड़े लेन देन के दस्तावेज और एक करोड़ रुपये से अधिक की नकदी भी जब्त की है।
तीन लोगों के घरों में ली गई तलाशी
उल्लेखनीय है कि आयकर विभाग ने गत बुधवार को श्रीनगर में एक नामी कालीन व्यापारी समेत तीन लोगों के घरों और कार्यालयों की तलाशी ली थी। इसी दौरान मुंबई और दिल्ली में भी कुछ जगहों पर तलाशी ली गई थी।
संबधित अधिकारियों बताया कि बुधवार की जांच के दौरान पता चला है कि कश्मीर से नकद हवाला लेन देन हो रहा है और इसके जरिए दुबई और संयुक्त अरब अमीरात में संपत्ति निवेश किया जा रहा है।
800 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के मिले सबूत
जांच के दौरान दुबई स्थित इन संपत्तियों में 800 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के सबूत मिले हैं। यह भी पाया गया है कि निवेश करने वाले भारतीय नागरिक श्रीनगर से लेकर दिल्ली और हैदराबाद तक पूरे भारत में स्थित हैं, और अब वह सभी आयकर विभाग की जांच के दायरे में हैं।
कश्मीर में जांच के दौरान 50 करोड़ रुपये से अधिक के संपत्ति सौदों के लेन देने से संबधित दस्तावेजी सुबूत जब्त किए गएहैं। इसके अलावा एक करोड़ रुपये से अधिक की नकद राशि भी जब्त की गई। यह कार्रवाई आयकर अधिनियम, 1961 और काला धन अधिनियम, 2015 के तहत की जा रही है।
क्या होता है हवाला
हवाला का मतलब एजेंटों के जरिए धन को एक देश से दूसरे देश में ट्रांसफर किया जाता है। इस प्रकार यह पैसे के लेन देन का एक गैर कानूनी तरीका है जिसे “हुंडी” भी कहा जाता है।
गृह मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार भारत में हर साल हवाला कारोबार का आकार 20 से 25 अरब डॉलर का है। इसके जरिए अवैध रूप से कमाए गए पैसे को एक तरह से छिपाया जाता है।