नई दिल्ली। उत्तराखंड, हरियाणा और राजस्थान से लेकर पूरब में बिहार, बंगाल और असम समेत पूर्वोत्तर के राज्यों में मूसलाधार मानसूनी बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने अभी 4-5 दिन देशभर में ऐसे ही हालात के अलर्ट जारी किए हैं।
मंगलवार को असम व उत्तराखंड में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया, जबकि हिमाचल, हरियाणा, यूपी और दिल्ली समेत 14 राज्यों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
असम और अरुणाचल प्रदेश में बारिश के बाद आई बाढ़ से भारी तबाही मची है। पीएम नरेंद्र मोदी ने सीएम हिमंत बिस्वसरमा से बात कर हर मदद का भरोसा दिया। सरमा ने अगले 48 घंटे बेहद अहम बताए हैं। अरुणाचल में कई जगह भूस्खलन और बाढ़ से जनजीवन प्रभावित हुआ है। पूर्वी कमेंग में उफनती कमेंग नदी में कई घर बह गए।
मौसम विभाग के मुताबिक, बीते 24 घंटे में उत्तराखंड, हरियाणा, गुजरात, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, त्रिपुरा, मेघालय में भी मूसलाधार बारिश हुई है। उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, कोंकण और गोवा, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, बिहार, केरल, और कर्नाटक में कई जगह वर्षा हुई है।
वहीं राजस्थान में सोमवार सुबह 8:30 बजे से पहले के 24 घंटे के दौरान सबसे ज्यादा बारिश बांसवाड़ा के घाटोल में 76 मिमी व जालोर के रानीवाड़ा में 71 मिमी दर्ज की गई।
काजीरंगा नेशनल पार्क में बाढ़
असम में ब्रह्मपुत्र नदी का जल स्तर तेजी से बढ़ा है। काजीरंगा नेशनल पार्क और टाइगर रिजर्व में जानवरों के रहने के लिए बनाए गए 61 कैंप डूब गए। 12 जिलों में तीन लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। जंगली जानवर राष्ट्रीय राजमार्ग 715 पर पहुंच गए हैं। अब तक 60 से अधिक लोगों की जान भी जा चुकी है।
बिहार : बिजली गिरने से 7 की मौत
बिहार के छह जिलों में बिजली गिरने से सात लोगों की मौत हो गई। औरंगाबाद जिले में दो और बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भागलपुर और दरभंगा जिले में एक-एक मौतें हुई हैं।
तेलंगाना में चार की मौत
तेलंगाना के नगरकुर्नूल के वानापटला गांव में मिट्टी की ढांग ढह जाने से मां और तीन बच्चों की मौत हो गई।
सड़क पर घड़ियाल
बारिश से महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले के चिपलून शहर में सड़क पर घड़ियाल आ गया। सड़क पर रेंगते आठ फुट लंबे घड़ियाल का वीडियो वायरल हो रहा है।
दिल्ली में मूसलाधार बारिश की वजह बादल फटना नहीं
मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि 28 जून को दिल्ली में हुई मूसलाधार बारिश की वजह बादल फटना नहीं था। उस दिन सुबह पांच से छह बजे के बीच एक घंटे में सफदरजंग में 91 एमएम बारिश रिकॉर्ड हुई थी।