गयाना। एडिलेड ओवल मैदान पर 10 नवंबर 2022 को इंग्लैंड ने भारत को सेमीफाइनल में हराकर टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल में जगह बनाई थी। करीब 16 महीने बाद गुरुवार को गयाना के प्रोविडेंस मैदान पर ये दोनों टीमें फिर से एक बार फिर टी-20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में भिड़ेंगी, जहां रोहित शर्मा की अगुआई वाली भारतीय टीम उस हार का हिसाब चुकता करने के इरादे से उतरेगी।
प्रोविडेंस स्टेडियम में धीमी टर्निंग पिच पर यह मैच खेला जाएगा। गुरुवार को वर्षा का अनुमान है और कोई भी रिजर्व डे नहीं है। अगर मैच धुल जाता है, तो भारतीय टीम शनिवार को होने वाले फाइनल में सीधे पहुंच जाएगी क्योंकि वह सुपर-8 के ग्रुप-1 में शीर्ष पर रही थी।
इंग्लैंड ने 2010 के टी-20 वर्ल्ड कप के बाद से गयाना में नहीं खेला है और उसका सामना टूर्नामेंट की बेहतरीन फार्म में चल रही टीम भारत से होगा, जिसने पिछले मुकाबले में आस्ट्रेलिया को 24 रन से हराकर अपना अजेय सफर जारी रखा।
भारत ने जीते हैं सात में से सात मैच
भारत ने विश्व कप में सात में से सात मैच जीते हैं, जबकि इंग्लैंड टेस्ट खेलने वाली एक ही टीम वेस्टइंडीज को हराकर यहां पहुंची है। इंग्लैंड ने रविवार को सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया था, लेकिन सोमवार को बारबाडोस में अपने होटल में बैठकर इंतजार किया कि वह अपना मैच खेलने कहां जाएगी।
इंग्लैंड जो ग्रुप में दूसरे स्थान पर रहा क्योंकि दक्षिण अफ्रीका ने सोमवार रात वेस्टइंडीज को हराकर शीर्ष स्थान हासिल किया, अगर ऑस्ट्रेलिया ने भारत को हरा दिया होता तो उसे त्रिनिदाद में सेमीफाइनल खेलना पड़ता।
ऑस्ट्रेलिया से हिसाब हुआ चुकता
कप्तान रोहित शर्मा की अगुआई में भारत के शानदार बल्लेबाजी प्रदर्शन ने इंग्लैंड के खिलाफ मैच के लिए एक आधार तैयार कर दिया है। रोहित ने 50 ओवर के विश्व कप में अपनी निस्वार्थ, आक्रामक बल्लेबाजी को दोहराया, केवल 41 गेंदों पर 92 रन बनाए। रोहित ने मिशेल स्टार्क के पहले ओवर में 28 रन कूटे और पैट कमिंस की पहली गेंद पर छक्का लगाया।
शानदार फॉर्म में है भारतीय टीम
रोहित ने लेग स्पिनर एडम जांपा को भी निशाना बनाया। रोहित के अलावा सूर्यकुमार यादव, शिवम दुबे और हार्दिक पांड्या भी अच्छी लय में दिखे थे। भारत के लिए चिंता की बात विराट कोहली की फार्म है, जो अब तक छह मैचों में 01, 04, 00, 24, 37 और 00 का स्कोर ही कर पाए हैं।
इस टूर्नामेंट में भारत के लिए सबसे बड़ी ताकत उसकी गेंदबाजी रही है और गेंदबाजी में उसके पास कम से कम छह विकल्प होते हैं। जसप्रीत बुमराह और अर्शदीप सिंह जहां नई गेंद से विरोधी बल्लेबाजों के लिए काल बने हुए हैं तो हार्दिक ने तीसरे तेज गेंदबाज की भूमिका को अच्छे से निभाया है।