मुंबई। महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में बड़ी हार के बाद इंडी गठबंधन टूट की कगार पर आ पहुंचा है। गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस पर उसकी सहयोगी पार्टियां ही हमलावर हैं। पहले ममता, फिर अखिलेश, उमर अब्दुल्ला और अब उद्धव की पार्टी ने कांग्रेस को आईना दिखाया है।
कांग्रेस ने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई
दरअसल, इंडी गठबंधन पर शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने कहा कि गठबंधन ने लोकसभा चुनाव साथ लड़ा था और नतीजे भी अच्छे आए थे। राउत ने कहा कि ये हम सबकी, खासतौर पर कांग्रेस की जिम्मेदारी थी कि गठबंधन को जिंदा रखा जा, लेकिन लोकसभा चुनाव के बाद कोई बैठक तक नहीं हुई है।
तो टूट जाएगा इंडी गठबंधन
राउत ने कहा कि ये इंडी गठबंधन के लिए सही नहीं है कि कोई बैठक तक नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि उमर अब्दुल्ला, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल जैसे नेता कहते हैं कि गठबंधन का अब कोई अस्तित्व नहीं है। अगर लोगों के मन में ऐसी भावना आ गई तो इसके लिए गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस जिम्मेदार होगी।
एक बार टूटा, तो कभी नहीं बनेगा इंडी गठबंधन
संजय राउत ने कहा कि गठबंधन में कोई तालमेल नहीं, कोई चर्चा नहीं, कोई संवाद नहीं है। उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि लोगों के मन में संदेह है कि इंडी गठबंधन में सब ठीक है या नहीं। अगर यह गठबंधन एक बार टूट गया तो ये गठबंधन कभी दोबारा नहीं बनेगा।