इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में इन दिनों नवरात्र से ठीक पहले गरबा आयोजन की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। इस बीच भाजपा जिलाध्यक्ष के एक बयान पर सियासी हंगामा मच गया।
दरअसल, इंदौर के भाजपा जिलाध्यक्ष चिंटू वर्मा ने गरबा पंडाल में आने वाले हर शख्स को प्रसाद के रूप में गौमूत्र और माथे पर तिलक लगाने की सलाह दी। कांग्रेस ने उनके बयान पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि उनका बयान बचकाना है। ध्रुवीकरण के उद्देश्य से ऐसे बयान दिए जाते हैं।
चिंटू वर्मा ने कहा हमने आयोजकों से अपील की है कि वे सुनिश्चित करें कि श्रद्धालु गरबा पंडालों में प्रवेश करने से पहले गोमूत्र से आचमन करें। चिंटू वर्मा ने कहा कि गरबा में माता की पूजा हमारी बहन-बेटियां करती हैं।
इसमें बड़ी संख्या में लोगों को भाग लेना चाहिए। गरबा पंडाल में आने वाले सभी शख्स के माथे पर तिलक लगाया जाए। उन्होंने प्रसाद के रूप में गोमूत्र देने के आचमन की सलाह भी दी। वर्मा ने कहा कि इससे गरबा पंडाल में विधर्मियों को आने से रोका जा सकता है।
ध्रुवीकरण की नई चाल: कांग्रेस
मप्र कांग्रेस के प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला ने कहा कि भाजपा नेता गोशालाओं की दुर्दशा पर चुप हैं। केवल इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने में दिलचस्पी दिखाते हैं।
गोमूत्र आचमन की मांग भाजपा के राजनीतिक ध्रुवीकरण की नई चाल है। मैं मांग करता हूं कि भाजपा नेता खुद पंडालों में प्रवेश से पहले गोमूत्र पिएं और सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करें।
अलीराजपुर में पंडालों की सुरक्षा की उठी मांग
उधर, प्रदेश के अलीराजपुर में गरबा पंडालों की पर्याप्त सुरक्षा की मांग विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने की। हिंदू संगठनों ने पुलिस अधीक्षक राजेश व्यास को ज्ञापन सौंपा। इसमें गरबा पंडालों में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर रोक और पहचान पत्र को अनिवार्य करने की मांग की गई।
ज्ञापन में पंडाल में असामाजिक तत्वों द्वारा वीडियोग्राफी पर रोक की अपील भी की गई है। पंडाल से मार्ग तक सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था और अमर्यादित गानों के बजाने पर प्रतिबंध लगाने की अपील प्रशासन से की गई है।