तेलअवीव/दमिश्क। सीरिया पर हयात तहरीर अल-शाम (HTS) विद्रोहियों के कब्जे के बाद से इजरायल जोरदार हवाई हमले कर रहा है। इजरायली वायुसेना ने ताजा हमले में उत्तरी पश्चिमी सीरिया में टार्टस शहर को निशाना बनाया। बताया जा रहा है कि यह पिछले 12 साल में सीरिया में ‘सबसे बड़ा’ इजरायली हमला है और इससे भूकंप जैसा झटका महसूस किया गया।
यही नहीं इसके झटके को रिक्टर स्केल पर भी महसूस किया गया। इस हमले के बाद बहुत जोरदार विस्फोट हुआ और मशरूम की तरह से आग का विशाल गोला निकला जैसे परमाणु विस्फोट में निकलता है। यह वही शहर है जहां पर रूसी नौसेना का बेस भी मौजूद है।
सीरियन ऑब्जरवेटरी फॉर ह्यूमन राइट ने बताया कि इजरायल की सेना ने सीरिया की सेना के हथियार और विस्फोटकों के गोदाम को निशाना बनाया। वहीं इस हमले के बाद इलाके में रिक्टर पैमाने पर 3 की तीव्रता का भूकंप आ गया।
उसने बताया कि इजरायल की सेना ने एयर डिफेंस यूनिट और सतह से सतह तक मार करने वाली सीरियाई मिसाइलों के गोदाम को तबाह किया। उसने बताया कि साल 2012 के बाद सीरिया के तटीय इलाके में यह सबसे बड़ा हमला था। बशर अल असद के रूस भागने के बाद से इजरायली सेना ने सीरिया में 300 से ज्यादा हमले किए हैं।
इजरायली सेना ने बफर जोन में किया प्रवेश
बताया जा रहा है कि यह धमाका करीब 30 मिनट तक चला और पूरे इलाके में तोप के गोलों और हथियारों के नष्ट होने की आवाज सुनाई देती रही। युद्ध निगरानी सूत्रों ने बताया कि इजरायली युद्धक विमानों ने सीरिया के विभिन्न हिस्सों में पुराने सैन्य शस्त्रागारों पर कई हवाई हमले किए।
ब्रिटेन के सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने रविवार को बताया कि हालिया हमलों में ज़ामा के पास बटालियन 107 के मिसाइल ठिकानों और ग्रामीण टार्टस में हथियारों के गोदामों को निशाना बनाया गया। इससे पहले रविवार शाम, एक इजरायली जेट ने पूर्वी सीरिया के दीर अल-ज़ौर सैन्य हवाई अड्डे पर रडार प्रतिष्ठानों पर हमला किया था।
इससे पहले रविवार को, इजरायली विमानों ने ग्रामीण दमिश्क के पहाड़ों में बने पुराने युद्ध सामग्री के डिपो को निशाना बनाया, जिससे कई तेज़ धमाके हुए। किसी के घायल या मारे जाने की कोई खबर नहीं है। ये हमले इजरायल के चल रहे सैन्य अभियान का हिस्सा है, जो 8 दिसंबर को शुरू हुआ था।
इस अभियान का उद्देश्य सीरिया के पूर्व नेतृत्व से जुड़ी बाकी सैन्य क्षमताओं को निशाना बनाना है, क्योंकि नए अधिकारी देश की सुरक्षा स्थिति को स्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं।
इजरायली सैनिकों ने संयुक्त राष्ट्र द्वारा निगरानी किए जा रहे बफर जोन में प्रवेश किया, जो पिछले सप्ताहांत गोलान हाइट्स पर इजरायली और सीरियाई बलों को अलग करता है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि यह 1974 के युद्धविराम समझौते का उल्लंघन है।
HTS ने इजरायल को दी चेतावनी
यूनाइटेड किंगडम स्थित सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा कि इजरायल ने रात भर में पांच घंटे से भी कम समय में सीरियाई सैन्य ठिकानों पर 61 मिसाइलें दागीं।
इस हमले में होम्स, डेरा, सुवेदा और दमिश्क के पास कलामौन पहाड़ों में सैन्य गोदामों को निशाना बनाया गया, साथ ही हामा हवाई अड्डे पर सुरक्षा से जुड़े हमले भी हुए।
HTS के नेता और सीरिया के नए प्रशासन के प्रमुख अहमद अल-शरा ने कहा कि इजरायल अब सीरिया में अपने हालिया हमलों को सही नहीं ठहरा सकता। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि उनका देश फिलहाल एक नए संघर्ष में फंसना नहीं चाहता।