कन्नौज। किशोरी से दुष्कर्म के आरोप में जेल में बंद पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव के छोटे भाई नीलू यादव को भी पुलिस ने आपराधिक षड़यंत्र में शामिल होने के आरोप में मुल्जिम बनाया है। नवाब सिंह और पीड़िता की बुआ की गिरफ्तारी के बाद वह फरार हो गया था।
बुधवार देर शाम एसपी ने नीलू यादव के ऊपर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। उसने पीड़िता की बुआ के खाते में चार लाख रुपये ट्रांसफर किए थे और किशोरी का मेडिकल परीक्षण न कराये जाने तथा कोर्ट में बयान बदलने के लिए 10 लाख रुपये का प्रलोभन दिया था।
बुधवार को पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद ने एक वीडियो संदेश जारी करते हुए जानकारी दी कि 12 अगस्त को किशोरी से दुष्कर्म के आरोप में पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव को गिरफ्तार किया गया था।
इसके बाद 21 अगस्त को षड़यंत्र में शामिल किशोरी की बुआ को भी पुलिस ने तिर्वा इलाके से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। 12 अगस्त को ही बुआ ने जिला अस्पताल में पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराए जाने के दौरान व्यवधान उत्पन्न किया था और कई अन्य लोगों के नाम लिए थे।
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में आरोपी बुआ ने पुलिस को बताया था कि नवाब सिंह यादव के छोटे भाई नीलू यादव ने उसे 10 लाख रुपये का लालच दिया था। उसने इस मामले में कई अन्य लोगों के नाम लेने, पीड़िता का मेडिकल परीक्षण न कराए जाने तथा कोर्ट में उसका बयान बदलने के लिए कहा था।
इसके एवज में नीलू यादव ने बुआ के एक परिचित के खाते में चार लाख रुपये भी भेजे थे। पुलिस ने जब इसकी जांच कराई तो रुपये भेजे जाने की बात सही निकली। इसी आधार पर पुलिस ने नीलू यादव का नाम मुकदमे में शामिल कर लिया है और उसके खिलाफ आपराधिक षड़यंत्र की धाराएं लगाईं गईं हैं।
बुआ की गिरफ्तारी के बाद से नीलू यादव फरार चल रहा है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। एसपी ने बताया कि नीलू यादव पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की चार टीमों को लगाया गया है। नीलू ने साक्ष्यों को प्रभावित करने का कृत्य किया है।
नीलू यादव पर दर्ज हैं 12 आपराधिक मुकदमे
प्रभारी निरीक्षक जयप्रकाश शर्मा ने बताया कि आरोपी नीलू यादव की हिस्ट्रीशीट को चेक किया गया तो उसके खिलाफ 12 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। किशोरी दुष्कर्म कांड में उसने विवेचना को प्रभावित करने का कृत्य किया और आरोपियों का सहयोग किया इसलिए उसे भी आरोपी बनाया गया है। विदित हो कि आरोपी नीलू यादव भी सदर ब्लॉक में ब्लॉक प्रमुख के पद पर रह चुका है और नवाब सिंह के कारोबार भी वही संभाल रहा था।