महाकुंभ नगर। प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 का प्रथम अमृत स्नान पर्व मकर संक्रांति के बाद अब मेला प्रशासन प्रदेश सरकार की मुख्य स्नान पर्व मौनी अमावस्या की महातैयारी में जुटेगा। यह स्नान पर्व 29 जनवरी को है। इसके बाद मंत्रिमंडल की बैठक की तैयारी की है।
पहले कैबिनेट की बैठक 21 जनवरी को प्रस्तावित थी, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद मेला प्रशासन मौनी अमावस्या स्नान पर्व को प्राथमिकता देगा। मौनी अमावस्या के बाद ही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु भी आएंगी। उनके आगमन की प्रस्तावित तिथि अभी 10 फरवरी है।
कैबिनेट की बैठक में दारागंज से हेतापट्टी तक गंगा पर और करेली के आगे करेहदा से घूरपुर के पास बसवार तक यमुना पर पुल निर्माण तथा संगम पर रोपवे की स्वीकृति मिलने की उम्मीद है। इसके साथ ही बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के प्रयागराज के बारा तक विस्तार की भी परियोजना की स्वीकृति मिल सकती है।
बैठक के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पूरी कैबिनेट पवित्र त्रिवेणी में पुण्य की डुबकी भी लगाएगी। महाकुंभ पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए ही अब इसकी तैयारी के लिए जुटने के निर्देश दिए गए हैं।
इस स्नान पर्व पर सबसे ज्यादा आठ करोड़ से 10 करोड़ श्रद्धालुओं के स्नान करने का अनुमान लगाया गया है। इसके लिए 27 जनवरी से ही वाहनों का प्रवेश मेला क्षेत्र में प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। इसी तारीख से रूट डायवर्जन भी लागू कर दिया जाएगा।
इस अमृत स्नान पर्व की तैयारी की कमान मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने अपने हाथ में ले लिया है। उन्होंने सबसे पहले स्नान पर्व को लेकर सात प्रमुख सचिवों, तीन अपर मुख्य सचिवों समेत 20 IAS को लगा दिया है।
इसके साथ ही पुलिस के तीन एडीजी समेत 24 IPS लगाए जा रहे हैं। इसके लिए जिला व मेला पुलिस-प्रशासन की बैठक मुख्य सचिव की अध्यक्षता में अगले हफ्ते में होगी।
कैबिनेट की बैठक को लेकर हुई बैठक में आधा दर्जन से ज्यादा बड़ी परियोजनाओं पर चर्चा हुई। प्रोजेक्ट को लेकर प्रस्ताव तैयार कराने के लिए शासन में वार्ता होगी। इसके लिए इसी हफ्ते मेला प्रशासन व विभिन्न विभागों के अधिकारी लखनऊ जाएंगे।
सबसे महत्वपूर्ण यमुना पर प्रस्तावित पुल है जिसके निर्माण से मध्य प्रदेश के लगभग एक दर्जन जिलों और चित्रकूट समेत बुंदेलखंड की कनेक्टीविटी बेहतर हो जाएगी। गंगा पर सेतु के निर्माण से पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों से आवागमन सुगम होगा।
साथ ही शास्त्री ब्रिज पर अक्सर लगने वाले जाम से छुटकारा मिलेगा। रोप-वे के चलते कुंभ और माघ मेला समेत वर्ष पर्यंत भी संगम पर श्रद्धालुओं के साथ ही पर्यटकों का आना हो सकेगा। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के विस्तार से प्रयागराज की दिल्ली की कनेक्टीविटी तेज हो सकेगी।
महाकुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि महाकुंभ के मुख्य अमृत स्नान पर्व मौनी अमावस्या को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। अखाड़ों के अमृत स्नान को लेकर विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं। कैबिनेट बैठक के लिए भी शासन से निर्देश पर तैयारी शुरू की जाएगी।
कई प्रदेशों की कैबिनेट होने की उम्मीद
महाकुंभ में कई प्रदेशों की ओर से कैबिनेट बैठक करने की इच्छा जताई गई है। मध्य प्रदेश, गुजरात, उत्तराखंड शासन से मुख्य सचिव स्तर पर इसको लेकर वार्ता भी शुरू हो चुकी है। फिलहाल, उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट बैठक के बाद ही अन्य प्रदेशों की कैबिनेट बैठक को लेकर सहमति दी जाएगी।