लखनऊ। उप्र की राजधानी लखनऊ के इटौंजा से कुर्सी रोड की ओर जा रहा तेज रफ्तार कंटेनर महोना में मंगलवार रात अनियंत्रित होकर सड़क किनारे मौजूद दुकानों पर पलट गया। कंटेनर के नीचे दुकानदार और ग्राहक दब गए।
हादसे में महोना नगर पंचायत के तीन युवकों की मौत हो गई, जबकि पांच अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। कंटेनर पर फ्रूटी लदी हुई थी। इसकी वजह से राहत एवं बचाव अभियान में पुलिस और स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
इंस्पेक्टर इटौंजा के मुताबिक हादसे में महोना के शिवा (18), संजीव (18) और धनेश (22) की मौत हुई है। वहीं, महोना के ही मुन्ना, नीरज और मनीष रावत गंभीर रूप से घायल हैं, जिन्हें CHC में भर्ती कराया गया है। दो अन्य को ट्रामा सेंटर रेफर किया गया है, जिनकी हालत नाजुक बताई जा रही है।
कंटेनर की रफ्तार इतनी तेज थी कि उसके पलटते ही दुकानें जंमीदोज हो गईं। मलबे में और लोगों के दबे होने की आशंका को देखते हुए एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया। देर रात में कंटेनर को किनारे कर मलबे को जेसीबी से हटाने का काम शुरू हुआ।
इनकी दुकानें आईं जद में
हादसा मंगलवार रात करीब 10 बजे का बताया जा रहा है। कंटेनर की चपेट में पिंटू चौरसिया की टीवी की दुकान, नीरज की मोबाइल फोन की दुकान, मनीष की अंडे की दुकान और पुतान की इलेक्ट्रानिक की दुकान क्षतिग्रस्त हो गई। चारों दुकानें खुली हुई थीं। कुछ खरीदार भी वहां मौजूद थे। व्यापारी दुकानें बंद कर घर जाने वाले थे। इसी दौरान यह हादसा हो गया।
कंटेनर चालक का सुराग नहीं
हादसे के बाद वहां चीख पुकार मच गई। स्थानीय लोग मदद को दौड़े और कंटेनर के नीचे दबे लोगों को निकालने की कोशिश शुरू की। थोड़ी देर बाद कंटेनर चालक की तलाश की गई, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका। देर रात तक इसका पता नहीं चल सका कि चालक घायल है या मौके से कहीं चला गया। कंटेनर पर उत्तराखंड का नंबर अंकित है।
अपनों की तलाश में पहुंचे परिजन
हादसे की खबर महोना में आग की तरह फैल गई। इसके बाद बउ़ी संख्या में लोग घटना स्थल पहुंच गए। सभी घायलों में अपनों की तलाश करते नजर आए। भीड़ बढ़ती देख पुलिस ने लोगों को वहां से हटाया। हालांकि, इस दौरान लिंक मार्ग पर जाम लग गया। पुलिस ने किसी तरह जाम खुलवाकर यातायात व्यवस्था बहाल की।