नई दिल्ली। गुलाब का पौधा न केवल सुंदर होता है, बल्कि इसकी खुशबू और रंग हमारे बगीचे को काफी आकर्षक बनाते हैं। गुलाब के पौधे को स्वस्थ और फूलदार बनाए रखने के लिए सही देखभाल और पोषण की जरूरत होती है।
पोषण और देखभाल में कमी होने के कारण कई बार पौधा तो हरा-भरा दिखता है, लेकिन उसमें फूल आने बंद हो जाते हैं। इस परेशानी से बचने के लिए पौधे को सही खाद देना जरूरी है।
उस पर भी केमिकल खाद के बजाय नेचुरल खाद का इस्तेमाल करना न केवल पर्यावरण के लिए बेहतर है, बल्कि यह पौधे की सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है।
वर्मीकम्पोस्ट (केंचुआ खाद)
वर्मीकम्पोस्ट एक बेहतरीन नेचुरल खाद है, जो केंचुओं के जरिए ऑर्गेनिक कचरे को डिकंपोस्ट करके बनाई जाती है। इसमें पोषक तत्वों की मात्रा ज्यादा होती है, जो गुलाब के पौधे के विकास के लिए जरूरी होते हैं।
वर्मीकम्पोस्ट बनाने के लिए केंचुओं को फलों और सब्जियों के छिलके, सूखे पत्ते, और अन्य ऑर्गेनिक कचरे के साथ मिलाकर एक गड्ढे या कंटेनर में रखें। कुछ हफ्तों में यह खाद तैयार हो जाएगी। इसे गुलाब के पौधे की जड़ों के आसपास डालें।
गोबर की खाद
गोबर की खाद एक पारंपरिक नेचुरल खाद है। इसे बनाने के लिए गोबर को हवादार जगह पर सूखने दें और फिर इसे पानी के साथ मिलाकर गुलाब के पौधे की जड़ों के पास डालें। गोबर की खाद में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटैशियम जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो पौधे के विकास और नई कलियां उगने में मदद करते हैं।
केले के छिलके की खाद
केले के छिलके में पोटैशियम की मात्रा ज्यादा होती है, जो गुलाब के पौधे के लिए फायदेमंद होता है। केले के छिलके को सुखाकर पीस लें और इसे मिट्टी में मिला दें। यह खाद पौधे को मजबूत बनाने और फूलों को खिलने में मदद करती है।
अंडे के छिलके की खाद
अंडे के छिलके में कैल्शियम की मात्रा ज्यादा होती है, जो पौधे की जड़ों को मजबूत बनाता है। अंडे के छिलके को धोकर सुखा लें और फिर इसे पीसकर पाउडर बना लें। इस पाउडर को गुलाब के पौधे की मिट्टी में मिलाएं। यह खाद पौधे को स्वस्थ रखने में मदद करती है।
नीम केक खाद
नीम केक खाद एक नेचुरल कीटनाशक और खाद दोनों का काम करती है। इसे बनाने के लिए नीम के बीजों को पीसकर पाउडर बना लें और इसे मिट्टी में मिलाएं। यह खाद न केवल पौधे को पोषण देती है, बल्कि कीटों से भी बचाती है।
चायपत्ती की खाद
चायपत्ती में नाइट्रोजन और अन्य पोषक तत्व होते हैं, जो पौधे के विकास के लिए फायदेमंद होते हैं। इस्तेमाल की गई चायपत्ती को इकट्ठा करें और इसे गुलाब के पौधे की मिट्टी में मिलाएं। यह खाद मिट्टी की गुणवत्ता को बढ़ाती है।
हरी खाद
हरी खाद बनाने के लिए हरे पत्तों, घास और अन्य हरे छिलकों आदि को मिट्टी में दबा दें। यह खाद मिट्टी को उपजाऊ बनाती है और पौधे को जरूरी पोषक तत्व देती है।