गोहाना। हरियाणा विधानसभा चुनाव में गोहाना की प्रसिद्ध मातूराम की जलेबियां चर्चा में रहीं। चुनाव प्रचार के दौरान गोहाना रैली में सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मातूराम की जलेबी का जिक्र किया और उसके बाद संसद में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने। चुनाव जीतने के बाद कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी मातूराम की जलेबियों का जिक्र करने से नहीं भूले।
मातूराम की जलेबियों का स्वाद चखने पहुंच रहे लोग
चुनाव परिणाम आने के बाद दिल्ली में भाजपा कार्यकर्ताओं ने लड्डू की जगह गोहाना की जलेबियां परोसीं। इससे पूरे देश में गोहाना की जलेबियां चर्चित हो गईं।
बुधवार को बाहर से भी कुछ लोग मातूराम की जलेबियों का स्वाद चखने गोहाना पहुंचे। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म अब गोहाना की जलेबियां छाई हुई हैं।
मातूराम हलवाई ने 70 पहले शुरू की थी दुकान
मातूराम हलवाई ने सात दशक पहले गोहाना में देसी घी की एक पाव की एक जलेबियां बनानी शुरू की थीं। उन्होंने शुरुआत में शहर में पुरानी अनाज मंडी में अपनी दुकान खोली थी।
उनके निधन के बाद उनके बेटों ने शहर में कई जगह-जगह जलेबियों की दुकानें खोलीं। स्वाद और आकार के चलते गोहाना की जलेबियां देश और विदेश में प्रसिद्ध हो गईं।
दूसरे शहरों में नाम से चल रही दुकानें
अब दूसरे शहरों में भी मातूराम हलवाई के नाम से दुकानें चल रही हैं। 21 जनवरी 2024 को मातूराम की पुरानी अनाज मंडी में दुकान के बाहर बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की थी, जिसमें भाऊ गैंग का नाम सामने आया था। इस घटना के बाद मातूराम हलवाई बड़े स्तर पर सुर्खियों में आ गए थे।
पीएम मोदी ने रैली में किया था जिक्र
हरियाणा विधानसभा चुनाव में इसी घटना के चलते मातूराम हलवाई की जलेबियां फिर से चर्चित हुईं। कार्यवाहक मुख्यमंत्री चुनाव प्रचार के दौरान गोहाना आए तो दुकान पर जाकर जलेबियों का स्वाद चखा। 25 सितंबर को भाजपा ने गोहाना में जन आशीर्वाद रैली की, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया था।
“कांग्रेसी झूठ की नई जलेबियां बेचने लगे”
रैली में प्रधानमंत्री ने मातूराम की जलेबियों का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर तंज कसा था कि अब कांग्रेसी झूठ की नई जलेबियां बेचने लगे हैं। एक अगस्त को गोहाना में कांग्रेस ने रैली की, जिसमें नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कई बार मातूराम की जलेबियों के स्वाद की प्रशंसा की।
बहन प्रियंका गांधी के लिए भी जलेबियां लेकर गए थे। राहुल गांधी ने मातूराम की जलेबियों को पूरे देश और विदेश में तैयार करने का सुझाव देकर रोजगार के रास्ते खोलने की संभावना का जिक्र किया।