अमेठी। यूपी के अमेठी में कंपोजिट विद्यालय में तैनात एक शिक्षक, उनकी पत्नी व दो बेटियों को गुरुवार शाम सात बजे अज्ञात हमलावरों ने घर में घुसकर गोली मार दी। चारों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
दुस्साहसिक घटना से पूरे जिले में सनसनी मच गई। हमलावर कौन थे और हत्या की वजह अभी स्पष्ट नहीं है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। इस मामले में बसपा प्रमुख मायावती का बयान सामने आया है।
मायावती ने शुक्रवार की सुबह एक्स पर लिखा, ”यूपी के अमेठी जिले में एक दलित परिवार के चार लोगों की एक साथ की गयी निर्मम हत्या की घटना अति-दुखद व चिन्ताजनक। सरकार दोषियों व वहां के पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी सख्त कदम उठाए ताकि अपराधी बेखौफ न रहें।”
शिक्षक की पत्नी ने युवक के खिलाफ दर्ज करवाई थी FIR
शिक्षक की पत्नी ने कुछ दिनों पहले ही रायबरेली के एक युवक के खिलाफ छेड़खानी और एससी-एसटी एक्ट की धाराओं में रिपोर्ट लिखाई थी। रिपोर्ट में लिखा था कि भविष्य में उसके या परिवार में किसी के साथ कोई अनहोनी होती है तो आरोपी युवक जिम्मेदार होगा।
हत्याकांड के बाद अब पुलिस इसे बदले की कार्रवाई मानकर उस युवक को तलाशने में जुट गई है। जांच में एसटीएफ को भी लगा दिया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुनील की बेटी सृष्टि के हाथ में 10 और 20 के नोट भी थे।
संभावना है कि हमलावर परिवार से परिचित रहे होंगे और घर में दाखिल होने पर बेटी को पैसे दिए होंगे। वहीं रायबरेली पुलिस का कहना है कि छेड़खानी के मामले में आरोपित युवक चंदन वर्मा के खिलाफ पहले ही चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है। मृत शिक्षक दलित समुदाय का है।
सीएम योगी ने सख्त कार्रवाई के दिए निर्देश
अमेठी और रायबरेली से जुड़ा होने के कारण मामले ने राजनीतिक रूप ले लिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जघन्य हत्याकांड का संज्ञान लेते हुए शीर्ष अफसरों को हमलावरों की गिरफ्तारी करने और सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए तो वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक्स पर इस घटना को लेकर पोस्ट किया। कांग्रेस के कई नेता भी मौके पर पहुंच गए।
मुख्यमंत्री ने एक्स पर लिखा है कि आज अमेठी में हुई घटना घोर निंदनीय और अक्षम्य है मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। दुख की इस घड़ी में सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। घटना के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा उन पर कठोरतम कार्रवाई होगी।