Meerut: 4.42 किग्रा अफीम के साथ दो अंतरराज्यीय तस्कर गिरफ्तार, जल्दी अमीर बनने के लालच में शुरू किया था धंधा

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स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की मेरठ यूनिट और पुलिस की संयुक्त टीम ने शुक्रवार शाम खरखौदा थाना क्षेत्र में 4.42 किग्रा अफीम के साथ अंतराज्यीय मादक तस्कर गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया। हापुड़ रोड पर पांची पुल के पास से पकड़ा गया आरोपी हंसराज अमरोहा जिले के थाना गंगेश्री के गांव रुखालू और फिरासत अली थाना हसनपुर के लालबाग तिराहा का रहने वाला है।

दोनों झारखंड से अफीम लाकर एनसीआर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में सप्लाई करते थे। आरोपियों के खिलाफ खरखौदा थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया। एसटीएफ के एएसपी बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि कुछ दिन से सूचना मिल रही थी कि मादक पदार्थों की तस्करी करने वाला गिरोह पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सक्रिय है। झारखंड से अफीम लाकर सप्लाई की जा रही है। गिरोह के सदस्यों की धरपकड़ के लिए टीमों को लगाया गया था।

शुक्रवार शाम टीम को सूचना मिली कि गिरोह के दो सदस्य झारखंड से वैगनआर में अफीम लेकर मेरठ आने वाले हैं। इस पर टीम ने घेराबंदी कर खरखौदा थाना क्षेत्र में हापुड़ रोड पर पांची पुल के पास दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से अफीम के अलावा तीन मोबाइल, एक वैगनआर और 800 रुपये बरामद हुए। एएसपी के मुताबिक आरोपियों ने पूछताछ में बताया वह वर्ष 2021 से झारखंड से अफीम की तस्करी करते हैं और विभिन्न स्थानों पर फुटकर में बेचते हैं।

वर्ष 2022 में एसटीएफ ने फिरासत अली को थाना ककरंखेडा क्षेत्र से डेढ़ किग्रा अफीम के साथ गिरफ्तार किया था। कंकरखेड़ा में उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट का मुकदमा दर्ज किया गया था। जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद फिरासत अली की मुलाकात हंसराज से हुई। उसने हंसराज को बताया कि वह झारखंड से अफीम की तस्करी करता है। साथ में काम करने पर काफी पैसा मिलेगा। इसके बाद दोनों साथ मिलकर तस्करी करने लगे। आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के बाद उन्हें खरखौदा पुलिस के हवाले कर दिया गया। पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश किया। जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया।

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