अयोध्या। अयोध्या के मिल्कीपुर की जनता ने भाजपा प्रत्याशी चंद्रभानु पासवान को ही सिर-माथे पर नहीं बिठाया, अपने जनादेश से योगी सरकार के सात मंत्रियों को भी अव्वल अंकों से ‘पास’ कर दिया है ।
चंद्रभानु की जीत में सर्वाधिक योगदान तो स्थानीय मतदाताओं का ही है, पर इसमें उन सात मंत्रियों का कुशल प्रबंधन भी कम प्रभावी नहीं रहा, जिन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टास्क सौंप रखा था।
जिले के प्रभारी व कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही के नेतृत्व में अन्य छह मंत्रियों ने दिन-रात एक कर ऐसा चक्रव्यूह रचा, जिसे सपाई दिग्गज नहीं भेद सके। भाजपा की जीत के बाद अब इन मंत्रियों पर चुनावी वायदे पूरे कराने की चुनौती रहेगी।
दो वर्ष पूर्व हुए विधानसभा के आम चुनाव में भाजपा ने कड़े मुकाबले में अपनी मिल्कीपुर सीट खोई तो इसे चुनावी अखाड़े की स्वाभाविक लड़ाई में मिली हार माना गया।
भाजपा को असल झटका तब लगा, जब इसी सीट से विधायक चुने गए अवधेश प्रसाद गत वर्ष हुए लोकसभा चुनाव में उस फैजाबाद सीट से सांसद निर्वाचित हो गए, जिसमें हिंदुत्व की हृदयस्थली रामनगरी अयोध्या भी समाहित है।
भाजपा ने अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ लिया था ये चुनाव
इसी कारण जब मिल्कीपुर में तीसरे उपचुनाव की नौबत आई तो भाजपा ने इसे अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ लिया और इस उप चुनाव को हर कीमत पर जीत कर अलग संदेश देने की तैयारी की।
वैसे तो भाजपा ने उप चुनाव वाली उत्तर प्रदेश की सभी दस सीटों पर विजय की रणनीति तैयार की थी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित दोनों उप मुख्यमंत्रियों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी थी, लेकिन मिल्कीपुर के लिए अलग से जीत का खाका खींचा गया।
कतिपय कारणों से मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र के उप चुनाव में देरी भले हुई, पर पार्टी की कोर कमेटी के टास्क को पूरा करने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ पूरी तन्मयता से जुटे रहे।
मुख्यमंत्री ने अयोध्या जिले के प्रभारी व कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही के नेतृत्व में अपने छह अन्य सहयोगियों को भी मिल्कीपुर उप चुनाव में भाजपा की जीत की रणनीति तैयार करने का जिम्मा सौंप रखा था।
जिन मंत्रियों को मिल्कीपुर चुनाव काप्रभार दिया गया था, उनमें जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर, जौनपुर से विधायक व खेल मंत्री गिरीशचंद्र यादव,
आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु, फैजाबाद संसदीय क्षेत्र की दरियाबाद विधानसभा क्षेत्र के विधायक व प्रदेश के खाद्य एवं रसद मंत्री सतीश चंद्र शर्मा, अमेठी के तिलोई से विधायक व चिकित्सा शिक्षा मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह शामिल रहे।