नई दिल्ली। लोकसभा सीटों के हिसाब से उत्तर प्रदेश देश की सबसे ज्यादा 80 लोकसभा सीटों वाला राज्य है, यही कारण है कि कहा जाता है संसद का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर जाता है। आज सभी की नजरें उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर हैं।
यूपी में 10 हाई प्रोफाइल सीटों वाराणसी, अमेठी, रायबरेली, बदायूं, मेरठ, नगीना, कन्नौज, मैनपुरी, बदायूं, और गाजीपुर लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी को कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है।
वाराणसी सीट पर भाजपा प्रत्याशी नरेंद्र मोदी शुरुआती रुझानों में छह हजार वोटों से पिछड़ते नजर आएं, हालांकि 10 बजकर 30 मिनट तक करीब 23 हजार वोटों से नरेंद्र मोदी ने बढ़त बना ली।
अमेठी लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी किशोरी लाल करीब 20 हजार वोटों से बढ़त बना ली है। वहीं दूसरे नंबर पर भाजपा की स्मृति इरानी हैं।
कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाली रायबरेली लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी राहुल गांधी 50 हजार से भी ज्यादा वोटों से आगे चल रहे हैं।
बदायूं लोकसभा सीट पर भाजपा और सपा में कांटे का मुकाबला देखने को मिल रहा है। शुरुआती रुझानों में सपा के आदित्य यादव ने बढ़त बनाई लेकिन कुछ बाद भाजपा मामूली अंतर से आगे निकल गई । इस सीट का भाजपा के लिए कड़ा मुकाबला है।
मेरठ लोकसभा सीट पर शुरुआती रुझानों में भाजपा प्रत्याशी को मुश्किलों का सामना करना पड़ा, हालांकि कुछ देर बाद स्थिति बदल गई और अरुण गोविल करीब 40 हजार वोटों से आगे चल रहे हैं।
कन्नौज लोकसभा सीट पर अब तक भाजपा का कब्जा था। इस सीट पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने ताल ठोंक मुकाबले को दिलचस्प बनाया तो भाजपा ब्रिगेड ने धुंआधार प्रचार किया। लेकिन मतगणना में स्थिति बिल्कुल अलग है। अखिलेश यादव ने भाजपा सुब्रत पाठक को करीब 37 हजार वोटों से पीछे कर दिया।
मैनपुरी लोकसभा सीट पर डिंपल यादव शुरुआती रुझानों से ही आगे चल रही हैं। योगी सरकार में मंत्री और भाजपा प्रत्याशी जयवीर सिंह करीब 46 हजार वोटों से पीछे चल रहे हैं।
गाजीपुर सीट पर मुकाबला काफी दिलचस्प हो चुका है, इस सीट पर कभी भाजपा तो कभी सपा को बढ़त मिल रही है। इस सीट पर सपा के अफजाल अंसारी करीब 2200 वोटों से आगे चल रहे हैं।