नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान व दिग्गज खिलाड़ी मोहम्मद अजहरुद्दीन की मुश्किलें बढ़ गई है। हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (HCA) में वित्तीय अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने उन्हें तलब किया है।
अजहरुद्दीन सितंबर 2019 में HCA अध्यक्ष चुने गए थे। जून 2021 में उन्हें अपना पद छोड़ना पड़ा था। एपेक्स काउंसिल ने उनके खिलाफ फंड की हेराफेरी के आरोप में एक्शन लिया था।
सूत्रों ने कहा कि 61 वर्षीय पूर्व सांसद को 3 अक्टूबर को यहां अपने कार्यालय में संघीय एजेंसी के सामने पेश होने के लिए कहा गया है। हालांकि, अजहरुद्दीन ने ईडी से कुछ समय की मांग की है। जानकारी के मुताबिक, ईडी नया समय उन्हें जारी करेगी।
20 करोड़ रुपये के दुरुपयोग का है मामला
मनी लॉन्ड्रिंग का यह मामला HCA के फंड के 20 करोड़ रुपये के दुरुपयोग के लिए तेलंगाना भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) द्वारा दायर तीन एफआईआर और आरोप पत्र से उपजा है।
यह मामला हैदराबाद के उप्पल में राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम के लिए डीजल जनरेटर, अग्निशमन प्रणाली और छतरियों की खरीद के लिए आवंटित 20 करोड़ रुपये की कथित हेराफेरी से जुड़ा है। कांग्रेस नेता को जारी किया गया यह पहला समन है, जिसके तहत उन्हें आज जांच एजेंसी के सामने पेश होना है।
इससे पहले नवंबर 2023 में मेडचल मलकाजगिरी जिले के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश बी आर मधुसूदन राव ने हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (एचसीए) के पूर्व अध्यक्ष मोहम्मद अजहरुद्दीन को हैदराबाद में उप्पल पुलिस द्वारा दर्ज तीन अलग-अलग आपराधिक मामलों में अग्रिम जमानत दी थी।
पुलिस ने अजहर और अन्य पर उप्पल में HCA स्टेडियम के लिए क्रिकेट बॉल, जिम उपकरण और अग्निशमन यंत्र खरीदते समय अनियमितता बरतने का आरोप लगाया है।