पटना। सीबीआई ने नीट पेपर लीक मामले में पटना एम्स के चार डॉक्टरों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। यह कार्रवाई नीट पेपर लीक मामले की सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई के बीच हुई है। सीबीआई ने तीनों डॉक्टरों के कमरे सील कर दिए हैं और उनके लैपटॉप और मोबाइल भी जब्त कर लिए हैं।
2021 बैच के 4 मेडिकल स्टूडेंट्स हिरासत में
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हिरासत में लिए गए तीन डॉक्टर वर्ष 2021 बैच के मेडिकल स्टूडेंट्स हैं, जबकि एक अन्य वर्ष 2022 का मेडिकल स्टूडेंट्स है। सभी पटना एम्स में पढ़ाई कर रहे हैं। पेपर लीक मामले में छानबीन के लिए जब सीबीआई की टीम पटना एम्स में पहुंची और हॉस्टल में उनके कमरों की तलाशी लेने के बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया।
हिरासत में लेकर चारों डॉक्टरों को सीबीआई ले जाने लगी तो मेडिकल स्टूडेंट्स इसको लेकर के विरोध भी करने लगे लेकिन एम्स प्रशासन के हस्तक्षेप और जांच अधिकारियों के समझाने के बाद सीबीआई की टीम चारों को अपने साथ ले गई। इनके पास से लैपटॉप और मोबाइल को भी जांच के लिए जब्त कर लिया है।
चारों को हिरासत में लेने के बाद सीबीआई तीनों को अपने साथ पूछताछ करने के स्थान पर ले गई। फिलहाल सीबीआई की टीम तीनों को अपने हिरासत में रखकर लगातार पूछताछ कर रही है। उनके लैपटॉप और मोबाइल की भी छानबीन की जा रही है।
पेपर लीक मामले के पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश
जांच अधिकारी पेपर लीक होने से लेकर उसे सेटिंग वाले अभ्यर्थियों तक पहुंचाने के पूरे नेटवर्क के बारे पता लगाने में जुटे हैं। इस मामले में हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल से कनेक्शन मिला था। दावा किया जा रहा है कि हजारीबाग के इसी स्कूल से पेपर मास्टरमाइंड संजीव मुखिया तक पहुंचा था