पेरिस। पेरिस ओलंपिक में शुक्रवार को स्पेन ने फ्रांस के खिलाफ 5-3 से जीत दर्ज करके इतिहास रच दिया। स्पेन ने 32 साल बाद ओलंपिक मेंस फुटबॉल फाइनल में स्वर्ण पदक जीता। पार्क डेस प्रिंसेस में रोमांचक जीत ने स्पेनिश फुटबॉल के लिए एक स्वर्णिम समर रहा। पिछले महीने सीनियर टीम ने यूरोपीय चैम्पियनशिप जीती थी।
स्पेन टोक्यो ओलंपिक में ब्राजील से फाइनल हार गया था। फ्रांस ने 3-1 से पिछड़ने के बाद वापसी की। जीन-फिलिप माटेता ने तीसरे मिनट में पेनल्टी स्पॉट से बराबरी का गोल किया। इससे मैच अतिरिक्त समय में चला गया।
सर्जियो कैमेलो ने अतिरिक्त समय में दो गोल किए, जिससे स्पेन ने जीत सुनिश्चित की। स्पेन ने 1992 बार्सिलोना ओलंपिक में जीत के बाद मेंस फुटबॉल में पहला यूरोपीय गोल्ड मेडल विजेता बन गया।
स्पेन ने बनाई थी 3-1 से बढ़त
मैच की बात करें तो बार्सिलोना के स्टार लोपेज ने दो गोल किए और बेना ने पहले हाफ में 10 मिनट के तेज खेल में स्पेन के लिए दूसरा गोल किया।
एन्जो मिलोट द्वारा फ्रांस के लिए पहला गोल करने के बाद हाफ टाइम तक स्पेन 3-1 से आगे हो गया। हालांकि, मैच का रुख उस समय बदल गया, जब फ्रांस ने मैगनेस अक्लिओचे और जीन-फिलिप माटेता के माध्यम से वापसी की।
लैटिन अमेरिकी देशों का समाप्त हुआ वर्चस्व
बता दें कि स्पेन की जीत ने ओलंपिक के पिछले पांच संस्करणों से लैटिन अमेरिकी देशों के वर्चस्व को समाप्त कर दिया। उस समय ब्राजील और अर्जेंटीना ने दो बार जीत हासिल की, जबकि मेक्सिको ने भी स्वर्ण पदक जीता। नाइजीरिया ने अटलांटा 1996 में और कैमरून ने सिडनी 2000 में जीत हासिल की।