पोर्ट लुइस। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम ने शुक्रवार को यह जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का यहां आना दोनों देशों के बीच मजबूत और स्थायी संबंधों का प्रमाण है।
देश के लिए अनूठा सौभाग्य
अपनी संसद में पीएम रामगुलाम ने कहा कि मुझे सदन को यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि मेरे निमंत्रण पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमारे राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि बनने पर सहमति जताई है।
हमारे देश के लिए यह वास्तव में एक अनूठा सौभाग्य है कि हम ऐसे प्रतिष्ठित व्यक्तित्व की मेजबानी कर रहे हैं, जो अपने व्यस्त कार्यक्रम और हाल ही में पेरिस व अमेरिका के दौरे के बावजूद हमें यह सम्मान दे रहे हैं।
अगले महीने मॉरीशस का राष्ट्रीय दिवस
रामगुलाम ने कहा कि पीएम मोदी हमारे विशेष अतिथि के रूप में यहां आने पर सहमत हुए हैं। मोदी की यात्रा हमारे दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों का प्रमाण है। बता दें कि मॉरीशस अगले महीने अपना राष्ट्रीय दिवस मनाएगा।
पिछले साल नवंबर में पीएम मोदी ने नवीन रामगुलाम को मॉरीशस में ऐतिहासिक चुनावी जीत पर बधाई दी थी। पीएम मोदी ने कहा था कि अपने मित्र डॉ. रामगुलाम से गर्मजोशी से बातचीत की और उन्हें ऐतिहासिक चुनावी जीत पर बधाई दी।
मैंने उन्हें मॉरीशस का नेतृत्व करने में बड़ी सफलता की कामना की और भारत आने का निमंत्रण दिया। पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा था कि हम अपनी विशेष और अनूठी साझेदारी को मजबूत करने के लिए मिलकर काम करने को तत्पर हैं।
कहां पर बसा है मॉरीशस?
पश्चिमी हिंद महासागर पर मॉरीशस एक छोटा सा देश है। यहां की आबादी लगभग 12 लाख है। इनमें से लगभग 70 फीसदी लोग भारतीय मूल के हैं। हिंदू धर्म यहां सबसे प्रचलित धर्म है।
उर्दू, तमिल, तेलगू, भोजपुरी और हिंदी समेत कई भारतीय भाषा यहां बोली जाती हैं। भारत मॉरीशस के साथ घनिष्ठ और दीर्घकालिक संबंध साझा करता है। मेडागास्कर तट से मॉरीशस की दूरी लगभग 800 किमी है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पिछले कई वर्षों से मॉरीशस के साथ अपनी विशेष और स्थायी साझेदारी को मजबूत बनाने में जुटी है। विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मॉरीशस का दौरा कर चुके हैं।