सियोल। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक योल के कार्यालय पर बुधवार को पुलिस ने देश में मार्शल लॉ लागू करने की जांच के तहत छापा मारा। वहीं, दूसरी ओर दक्षिण कोरिया के पूर्व रक्षा मंत्री किम ने हिरासत केंद्र में आत्महत्या का प्रयास करने के लिए अंडरवियर का इस्तेमाल किया ह। इसकी जानकारी अधिकारी के हवाले से सामने आई है।
कोरियन टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, सियोल मेट्रोपॉलिटन पुलिस और नेशनल असेंबली पुलिस गार्ड्स के कार्यालयों पर भी छापे मारे गए है। जानकारी के मुताबिक, दक्षिण कोरियाई पुलिस ने उनके दफ्तर पर छापेमारी की है। इससे पहले, 9 दिसंबर को दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक योल के देश छोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया गया।
देश के न्याय मंत्रालय के मुताबिक, राष्ट्रपति यून को मार्शल लॉ घोषित करने के लिए उनके खिलाफ शुरू की गई जांच के कारण किसी भी विदेश यात्रा या देश छोड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
मंत्रालय ने कहा कि उन्होंने मार्शल लॉ लगाकर एक हफ्ते से भी कम वक्त में देश को अराजकता में डाल दिया था। यून को सत्ता से हटाने के लिए विपक्ष उनके खिलाफ एक बार फिर संसद में महाभियोग प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रहा है।
राष्ट्रपति और रक्षा मंत्री हो चुके हैं गिरफ्तार
दक्षिण कोरिया के पूर्व रक्षा मंत्री किम योंग ह्यून को पिछले सप्ताह मार्शल लॉ लागू करने में राष्ट्रपति यून सुक येओल और अन्य के साथ मिलीभगत करने के आरोप में बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया। प्राधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या उनके कृत्य विद्रोह के समान हैं।
देश में 40 से अधिक वर्षों में पहली बार लगाया गया मार्शल लॉ केवल छह घंटे लागू रहा, लेकिन इसकी वजह से बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। यून और उनके साथियों के खिलाफ महाभियोग लाने की कोशिश एवं आपराधिक जांच जारी है।
दक्षिण कोरिया के न्याय मंत्रालय ने सोमवार को येओल की विदेश यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया था, क्योंकि अधिकारी पिछले सप्ताह उनके द्वारा की गई अल्पकालिक मार्शल लॉ की घोषणा के संबंध में विद्रोह और अन्य आरोपों की जांच कर रहे हैं।
सियोल सेंट्रल डिस्टि्रक्ट कोर्ट ने कहा कि उसने विद्रोह और सत्ता के दुरुपयोग के आरोप में पूर्व रक्षा मंत्री किम योंग ह्यून के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट को मंजूरी दे दी है।
राजनीतिक अशांति की वजह बना मार्शल लॉ
मार्शल लॉ भले ही केवल छह घंटे तक चला, लेकिन इससे दक्षिण कोरिया में राजनीतिक अशांति की लहर फैल गई है क्योंकि सांसद और नागरिक लगातार यून को पद से हटाने की मांग कर रहे हैं। नतीजतन, यून को अपना हुक्म वापस लेने पर मजबूर होना पड़ा।
तब से, उनके महाभियोग की मांग को लेकर दक्षिण कोरिया की सड़कों पर प्रोटेस्ट हो रहे हैं। विपक्ष ने यून के साथ पूर्व रक्षा मंत्री किम योंग ह्यून और 8 अन्य अधिकारियों के खिलाफ ‘विद्रोह’ का हिस्सा होने के लिए पुलिस शिकायत दर्ज की है। इसके साथ ही, पूर्व रक्षा मंत्री को अधिकारियों द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है।