प्रयागराज। महाकुंभ 2025 में कई नई तरह की व्यवस्था की जा रही है। कुंभ मेला सभी विभागों के कर्मचारियों की यूनिक आइडी कोड जारी की जाएगी। इससे उनकी आसानी से पहचान हो सकेगी। उनकी ड्यूटी कहां पर है, वे मौजूदा समय में कहां पर हैं तथा उनकी जिम्मेदारी क्या है, यह जानकारी हो जाएगी।
सुरक्षा के साथ ही श्रद्धालुओं को सुविधा भी होगी। नाविकों, सफाई कर्मियों, पुलिस के साथ ही सभी विभागों के कर्मचारियों की विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी, जिसमें उन्हें श्रद्धालुओं के प्रति बेहतर भाव प्रदर्शित करने के गुर सिखाए जाएंगे।
महाकुंभ में लगभग 16 विभागों के 65 हजार कर्मचारियों व श्रमिकों तथा 26 हजार सफाई कर्मियों की ड्यूटी लगाई जा रही है। ये कर्मी विभिन्न जनपदों से आएंगे। इनके अलावा लगभग एक लाख पुलिस व पीएसी कर्मियों के साथ ही होमगार्ड व पीआरडी जवानों की ड्यूटी लगेगी।
इन सभी का विशिष्ट पहचान कोड जारी होगा। सफाई कर्मी, जलापूर्ति कर्ता, विद्युत विभाग से जुड़े लोगों की ट्रेनिंग कराने और उन्हें नेम प्लेट, यूनिफार्म व पहचान यूनिक कोड दिए जाने को लेकर जल्द ही कार्ययोजना तैयार हो जाएगी। इससे कौन कर्मी, कहां और किस प्रकार का कार्य कर रहा है, इसकी पहचान हो सकेगी।
विद्युत विभाग के लाइनमैन से लेकर अन्य कर्मियों तथा JE, AE व अन्य संबंधित अधिकारियों की अच्छे ढंग से काउंसिलिंग व प्रशिक्षण कराने की तैयारी है, जिससे मेला में किसी भी तरह से विद्युत आपूर्ति बाधित न हो सके।
महाकुंभ में सुरक्षा का बेहतरीन वातावरण देने के लिए ट्रैफिक मैनेजमेंट व भीड़ नियंत्रण के लिए एआइ टूल व साफ्टवेयर का प्रयोग बेहतर तरीके से करने की योजना भी तैयार हो गई है। महाकुंभ मेला में AI तकनीकी का प्रयोग कर मेले में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की गणना की जाएगी। इसका साफ्टवेयर भी तैयार हो गया है।
महाकुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने कहा कि मेला में कर्मियों को नेम प्लेट दिए जाने से श्रद्धालुओं के साथ ही निगरानी करने वाले अधिकारियों को भी सुविधा होगी। यूनीक आइडी कोड से सुविधा के साथ सुरक्षा का बेहतर माहौल मिलेगा। इसकी तैयारी पूरी हो गई है।