नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी के पूर्वी दिल्ली ब्रह्मपुरी गली नंबर-12 में मस्जिद निर्माण विरोध में करीब डेढ़ दर्जन हिंदू परिवारों ने अपने घरों के बाहर ‘मकान बिकाऊ है’ के पोस्टर चस्पा कर दिए। सोमवार को मामला इतना तूल पकड़ गया कि पुलिस ने बैरिकेड लगाकर गली की नाकेबंदी कर सुरक्षा बल तैनात कर दिए। गली में घुसने के पांच रास्तों पर पहरा बैठा दिया गया।
यूनाइटेड हिंदू फ्रंट के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष एवं भाजपा नेता जय भगवान गोयल कार्यकर्ताओं के साथ लोगों के समर्थन में विरोध करने पहुंचे तो पुलिस ने उनको घुसने नहीं दिया। वह गली के बाहर की नारेबाजी करने लगे और वहां रह रहे परिवारों से बातचीत की। वहां लोगों ने उनको बताया कि गली नंबर-13 में बनी मस्जिद को नियम विरुद्ध गली नंबर-12 तक विस्तार दिया जा रहा है।
तथ्य छिपाकर पास कराया नक्शा
निर्माण स्थल पर लगे नगर निगम का कारण बताओ नोटिस स्पष्ट है कि तथ्य छिपाकर नक्शा स्वीकृत कराया गया, जिस कारण फरवरी मध्य में निर्माण कार्य रुकवा दिया गया था। आरोप है कि नक्शा आवासीय श्रेणी में स्वीकृत हुआ था।
स्थानीय लोगों ने बताया कि गली नंबर-12 में 75-75 गज के दो भूखंडों को जोड़ कर उस पर गली नंबर-13 की मस्जिद को विस्तार देने के लिए शुरुआती निर्माण कार्य डेढ़ महीने पहले शुरू कराया गया था।
हिंदू परिवार बोले- हुड़दंग मचाते हैं दूसरे समुदाय के युवक
मस्जिद का एक गेट गली नंबर-12 बनाने के लिए उसका ढांचा भी बना दिया गया, जिसे नीली छीन से ढक कर रखते थे। इस स्थल से 100 मीटर की दूरी पर पुराना शिव मंदिर है। इसके पास मस्जिद बनेगी और उसका गेट खुलेगा तो किसी न किसी दिन विवाद खड़ा होगा।
त्योहारों पर भीड़ जुटेगी तो दोनों ही समुदाय के लोगों को दिक्कत होती। लोगों का आरोप है कि जानबूझ कर निर्माण कराकर हिंदू परिवारों को पलायन के लिए मजबूर किया जा रहा है।
लोगों का यह भी आरोप है कि दूसरे समुदाय के युवक आकर गालियां देते हैं और रात के वक्त हुड़दंग मचाते हैं और उनके घरों के गेट व दुकानों के शटर पर पत्थर मारते हैं। लोगों ने रविवार देर रात का एक वीडियो जारी कर इस बात का दावा किया है।
इस बाबत सोमवार को ACP सीलमपुर को शिकायत भी दी गई है, जिसमें दो दर्जन लोगों ने हस्ताक्षर कर रखे हैं। इससे पहले यहां के लोगों ने जन सहयोग विकास समिति के अध्यक्ष शंकर लाल गौतम के नेतृत्व में प्रधानमंत्री, उपराज्यपाल, पुलिस कमिश्नर समेत कई जगह शिकायतें कर रखी हैं। एडिशनल DCP मनस्वी जैन अपनी टीम के साथ गली में निगरानी के लिए मौजूद थे।
दान में मिली है मस्जिद को जमीन
राजस्व रिकॉर्ड बताता है कि मुस्लिम समुदाय के छह दानदाताओं ने मस्जिद के लिए जमीन अल मतीन वेल्फेयर सोसायटी को अप्रैल 2024 में दान दी है। इस सोसायटी के अध्यक्ष अब्दुल मतीन हैं, जोकि निजामुद्दीन वेस्ट में रहते हैं।
इनसे फोन कॉल पर संपर्क कर पक्ष लेने का प्रयास किया, लेकिन इन्होंने काल रिसीव नहीं की। आर्किटेक्ट मोहम्मद दाऊद से भी संपर्क साधने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं हो सकी। इन्हीं दोनों के नाम नगर निगम ने निर्माण स्थल पर दो नोटिस चस्पा किए हुए थे।
स्थानीय निवासी पूरन सिंह ने कहा यहां रहते हुए 15 वर्ष हो गए, लेकिन अब यह जगह रहने लायक नहीं रही। गेटों पर पत्थरबाजी होती है, गालियां दी जाती हैं।
यूनाइटेड हिंदू फ्रंट के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जय भगवान गोयल ने कहा ब्रह्मपुरी की विभिन्न गलियों में नौ मंदिर हैं, जहां पर घंटी बजाने वाला कोई नहीं बचा। धीरे-धीरे हिंदू पलायन कर गए।
यहां ऐसी स्थिति पैदा कर दी जाती हैं कि हिंदू परिवार घर बेचकर जाने को मजबूर हो जाते हैं। इसके लिए विदेशों से भी पैसा आ रहा है। मैंने ब्रह्मपुरी गली नंबर-12 के लेागों को आश्वासन दिया है कि वह न डरें और न मकान बेचें।