नई दिल्ली। हाई बॉक्स मोबाइल एप के जरिये खरीददारी करने पर ज्यादा रिटर्न देने का वादा कर 30 हजार से अधिक लोगों से करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने के मामले की जांच कर रही स्पेशल सेल की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रेटेजिक ऑपरेशंस (IFSO) द्वारा भेजे गए नोटिस का दो को छोड़कर किसी ने भी अब तक जवाब नहीं दिया है।
क्या है हाई बॉक्स मामला?
हाई बॉक्स में पैसा निवेश कर जल्द अधिक से अधिक पैसा कमाने के लिए अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती समेत सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स व यूट्यूबर्स एल्विश यादव, अभिषेक मल्हान उर्फ फुकरा इंसान, लक्ष्य चौधरी, पुरव झा ने निवेश करने के लिए एप का प्रचार किया था।
इसके अलावा स्टैंडअप कॉमेडियन भारती सिंह व उनके पति हर्ष लिंबाचिया, सौरव जोशी, आदर्श सिंह, अमित उर्फ क्रेजी और दिलराज सिंह रावत उर्फ इंडियन हैकर ने सोशल मीडिया के जरिये व अन्य तरीके से प्रचार प्रसार कर लोगों को मोटी रकम निवेश करने के लिए प्रेरित किया था, जिसपर लोगों ने विश्वास कर एप में निवेश करना शुरू कर दिया था।
पांच अक्टूबर को एल्विश यादव को भेजा था नोटिस
लोगों के करोड़ों रुपये लेकर एप बंद कर आरोपितों द्वारा भूमिगत हो जाने पर पुलिस ने पांच अक्टूबर को एल्विश यादव समेत पांच को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस भेजा था, लेकिन पुलिस के समक्ष कोई भी पेश नहीं हुआ।
एल्विश व एक अन्य ने अपने-अपने अधिवक्ता के जरिये नोटिस का पुलिस को लिखित जवाब भिजवा दिया था। नौ अक्टूबर को पुलिस ने अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती, कॉमेडियन भारती सिंह, उनके पति समेत पांच लोगों को नोटिस भेजा था, लेकिन जांच में शामिल होने कोई भी नहीं आए।
डीसीपी आइएफएसओ डॉक्टर हेमंत तिवारी का कहना है कि 10 से अधिक यूट्यूबर्स व अन्य ने हाई बॉक्स का खूब प्रचार किया था जिससे एप पर यकीन कर लोगों ने करोड़ों रुपये निवेश किया। इसलिए यूट्यूबर्स व अन्य की भूमिका की जांच की जा रही है।
जांच से खुलेगी आपराधिक साजिश की बात
अगर जांच में आपराधिक साजिश रचे जाने की बात सामने आएगी तब मुकदमे में यह अतिरिक्त धारा भी जोड़ी जाएगी और यूट्यूबर्स को भी आरोपित बनाया जाएगा।
जो लोग पुलिस के नोटिस पर जांच में शामिल होने नहीं आइएफएसओ मुख्यालय में पेश नहीं हुए और न ही अधिवक्ताओं के जरिये जवाब भेजा उन्हें दोबारा नोटिस भेजने पर पुलिस विचार कर रही है।
मुकदमे में बनाया जाएगा गवाह
सूत्रों के मुताबिक संभवत: अगले हफ्ते सभी को जांच में शामिल होने के लिए दोबारा नोटिस भेजा जाएगा। पुलिस अधिकारी का कहना है कि ठगी में इन यूट्यूबर्स की भूमिका नहीं पाने पर इन सभी को मुकदमे में गवाह बनाया जाएगा। क्योंकि पैसे लेकर इन लोगों ने हाई बॉक्स को प्रचार प्रसार किया था।
151 पीड़ितों ने अब तक पुलिस को दी शिकायत
इस मामले में पुलिस ने पिछले हफ्ते मुख्य आरोपित जे शिवराम को गिरफ्तार कर लिया है। आइएफएसओ धोखाधडी से जुड़े दो मामलों की जांच कर रही है। 151 पीड़ितों ने अब तक पुलिस में शिकायत की है, जिन्हें इन दोनों मुकदमों में जोड़ दिया गया है।
चार बैंक खातों में जमा 18 करोड़ रुपये फ्रीज
आरोपित के चार बैंक खातों में जमा 18 करोड़ रुपये को फ्रीज करा दिया गया है। बैंक खातों की जांच में करीब 500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का पता चला है।
जे. शिवराम चेन्नई का रहने वाला है। आरोपित ने निवेशकों को एक से पांच प्रतिशत तक की दैनिक ब्याज दर का झूठा आश्वासन देकर उच्च रिटर्न का वादा किया था।
30 से 90 प्रतिशत मासिक गारंटी रिटर्न का वादा
16 अगस्त को आइएफएसओ को 29 पीड़ितों की शिकायतें मिली थीं। पीड़ितों ने आरोप लगाया था कि उन्हें हाई बॉक्स एप्लिकेशन में एक से पांच प्रतिशत दैनिक और 30 से 90 प्रतिशत मासिक गारंटी रिटर्न का वादा कर निवेश करने के लिए प्रेरित किया गया था। इस संबंध में 20 अगस्त को स्पेशल सेल में मामला दर्ज किया गया।