संभल। फाल्गुन माह में शुक्ल पक्ष की एकादशी के मौके पर श्रीश्याम बाबा की निशान यात्रा का आयोजन किया गया। जिसमें महिला, पुरुष व बच्चे हाथ में बाबा का निशान लेकर चल रहे थे तो कुछ श्रद्धालु गुलाल उड़ा रहे थे।
सोमवार को श्रीश्याम सेवा समिति की ओर से फाल्गुन माह में शुक्ल पक्ष की एकादशी को बाबा श्याम की निशान शोभायात्रा का आयोजन किया गया। नगर के मुहल्ला ठेर स्थित महिला मंडल मंदिर के पास से शुरू यात्रा में एसडीएम वंदना मिश्रा व सीओ अनुज चौधरी के साथ समिति सदस्यों ने बाबा की आरती व पूजन किया।
एक ओर डीजे पर श्याम भजन बज रहे थे तो दूसरी ओर सभी एक दूसरे को लाल, पीला व भगवा गुलाल लगाने के साथ ही हवा में उड़ा रहे थे। शोभायात्रा में शामिल राधा कृष्ण के रूप में सजे कलाकार जमकर नृत्य कर रहे थे।
शोभायात्रा महिला मंडल मंदिर से शुरू होकर छंगामल की कोठी, बाजार गंज, महमूद खां सराय, सराफा बाजार, कोतवाली, टंडन तिराहा, चक्की का पाट, डाकखाना, पंजाबी मंदिर, सरथल चौकी, साई मंदिर से होते हुए सूर्य कुंड मंदिर पर पहुंचकर संपन्न हुई। कई स्थानों पर स्वागत हुआ, यात्रा व उसमें शामिल अधिकारियों पर भी पुष्पवर्षा की गई।
शोभायात्रा में शामिल रहे ये अधिकारी
शोभायात्रा के दौरान ASP श्रीश्चंद, SDM वंदना मिश्रा व CO अनुज चौधरी भारी पुलिस, PAC व RRF जवानों के साथ शोभायात्रा में शामिल रहे।
जामा मस्जिद के पास रहे सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त
एकादशी के मौके पर निकाली जाने वाली शोभायात्रा व रंग चौपाई को लेकर पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। एक ओर जहां शोभायात्रा में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ मौजूद रहे तो वहीं दूसरी ओर जामा मस्जिद के पास भी सरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।
सरथल चौकी की ओर से जामा मस्जिद की ओर जाने वाले रास्ते को बैरिकेड लगा कर बंद कर दिया गया था। साथ ही भारी संख्या में पीएसी के जवान भी तैनात दिखाई दिए, जिससे कोई उधर न आ जा सके।
रंगों की मस्ती में डूबी दिखी युवाओं की टोली
एकादशी के मौके पर कई जगह युवा जमकर रंग गुलाल खेलते हुए दिखाई दिए। नगर के मुहल्ला ठेर, पाटो का दीवान खाना, साहनी वाला फाटक समेत कई अन्य जगह युवा टोली के साथ रंग गुलाल खेल रहे थे। जो वहां आने जाने वाले लोगों पर पानी में मिले रंग से सराबोर कर दे रहे थे।
अधिकांश युवा तो इस कदर रंग में रंगे हुए थे कि वह पहचान में भी नहीं आ पा रहे थे। वहीं जिस रास्ते से शोभायात्रा निकाली जानी थी तो वहां पर अधिकांश दुकानें बंद दिखी। खासकर बाजार में मार्ग पर मिश्रित आबादी वाले क्षेत्र में दुकानें बंद दिखी।