संभल। उप्र के संभल में 24 नवंबर 2024 को जामा मस्जिद सर्वे के दौरान भीड़ को उकसाने वाले दाढ़ी वाले शख्स की पहचान करीब तीन महीने बीत जाने के बाद भी नहीं हो सकी है। साफ चेहरा दिखने के बाद भी पुलिस के सूत्र नाकाम रहे। अभी तक पुलिस को इस आरोपी के बारे में कोई सूचना भी नहीं मिली है।
माना जा रहा है कि यह आरोपी दूसरे जिले का है। ऐसे में पुलिस दूसरे जिले की पुलिस से भी संपर्क कर रही है। जिससे आरोपी की पहचान हो सके। इस आरोपी का वीडियो सामने आया था।
जिसमें यह नारेबाजी करते हुए और लोगों को आगे बुलाते हुए कैद हो गया था। इससे यह भी स्पष्ट हुआ था कि यह आरोपी अकेला नहीं था, इसके साथ अन्य लोग भी थे।
दाढ़ी वाला शख्स सबसे पहले हुआ था उग्र
संभल के पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि 24 नवंबर 2024 की सुबह सर्वे के दौरान दाढ़ी वाला शख्स भीड़ में सबसे पहले उग्र हुआ था। उसने ही धार्मिक नारे लगाए और पीछे से कुछ लोगों को आगे बुलाने के लिए इशारा किया था।
सार्वजनिक स्थानों पर पोस्टर चस्पा कराए गए हैं, लेकिन आरोपी की पहचान नहीं हो सकी है। दूसरे जिले में भी खोजबीन कराई जा रही है। जो भी इस आरोपी की पहचान बताएगा उसको पुलिस की ओर से इनाम दिया जाएगा। पहचान भी गुप्त रखी जाएगी।
एसपी ने बताया भीड़ को उकसाने और कुछ लोगों को इशारा कर एकत्र करने के आरोपी का वीडियो सामने आया था। उसके बाद से ही आरोपी की तलाश जारी है।
पोस्टर भी चस्पा कर दिए हैं। अभी कोई ठोस सूचना पुलिस को नहीं मिली है। दूसरे जिले में भी आरोपी की तलाश कराई जा रही है। टीमें लगातार काम कर रही हैं। जल्द गिरफ्तार कर लेंगे।
भीड़ हटाने के प्रयास में हुई थी पत्थरबाजी
संभल जिले में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा हुई थी। कोर्ट कमिश्नर रमेश राधव की अगुवाई में टीम जब मस्जिद के अंदर सर्वे कर रही थी, तभी स्थानीय लोग मस्जिद के आसपास जुटने लगे थे। पुलिस द्वारा भीड़ को हटाने के प्रयास के बावजूद अचानक चारों ओर से पत्थरों की बौछार शुरू हो गई थी, जिससे स्थिति बेकाबू हो गई थी।