ढाका। पाकिस्तान में क्रिकेट सीरीज खेल रहे दिग्गज क्रिकेटर शाकिब अल हसन को उस वक्त बड़ा झटका लगा, जब उन पर बांग्लादेश में हत्या के एक मामले में शामिल होने का आरोप लगाया गया है। शाकिब उन प्रमुख राजनीतिक हस्तियों में से एक हैं, जिनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
यह मामला रफीकुल इस्लाम ने दर्ज कराया है, जिनके बेटे की इस महीने की शुरुआत में बांग्लादेश में चल रहे विरोध प्रदर्शनों के दौरान 5 अगस्त को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
स्थानीय मीडिया ढाका ट्रिब्यून के अनुसार अदबोर पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर मोहम्मद नजरुल इस्लाम ने पुष्टि की है कि वास्तव में इस मामले से संबंधित एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। रफीकुल का बेटा रुबेल अबाडोर में रिंग रोड पर हुई एक रैली का हिस्सा था।
विरोध प्रदर्शनों के दौरान गोलियां चलाई गईं और अराजकता के बीच रुबेल को गोली लग गई, जिससे उसकी मौत हो गई। इस मामले में कुल 156 नाम दर्ज किए गए हैं, जिनमें शाकिब अल हसन, पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना और बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) के पूर्व प्रमुख नजमुल हसन जैसे अन्य नाम शामिल हैं।
बांग्लादेश में राजनीतिक अशांति आरक्षण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन से शुरू हुई। बाद में चीजें कंट्रोल से बाहर हो गईं और सरकार गिर गई। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को देश छोड़कर भागना पड़ा।
कई हाई-प्रोफाइल राजनीतिक हस्तियों और नौकरशाहों के अलावा, कई संगठनों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, जिसमें बांग्लादेश अवामी लीग, छात्र लीग और जुबो लीग के नाम शिकायत हैं।
37 वर्षीय शाकिब वर्तमान में पाकिस्तान में हैं, जहां बांग्लादेश दो मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए बांग्लादेश टीम का हिस्सा हैं। उल्लेखनीय है कि शेख हसीना की पार्टी बांग्लादेश अवामी लीग से शाकिब अल हसन 2023 में जुड़े थे।
वह चुनाव में मगुरा से मैदान में उतरे थे और डेढ लाख से अधिक वोटों से जीत दर्ज की थी। शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद से ही उनके नुमाइंदों के खिलाफ जबरदस्त अभियान चल रहा है।