सोनभद्र से जितेन्द्र अग्रहरी की रिपोर्ट
सोनभद्र। उप्र के सोनभद्र जिले के ओबरा तहसील में एक ऐसा अजीबो गरीब मामला देखने को मिला जिसमें अपनी मां का इकलौता बेटा होने के बावजूद लेखपाल द्वारा कागजों में उसे बेदखल खारिज कर दिया गया है। जिसके बाद बेटा मां की संपत्ति से बेदखल हो गया है।
अब बेटा अपने आप को अपनी मृत हो चुकी मां का बेटा साबित करने के लिए कभी तहसील दिवस तो कभी थाना दिवस पर तो कभी एसडीएम ओबरा के यहां तो कभी डीएम के यहाँ चक्कर लगा रहा है। अब उसे आखिरी उम्मीद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से है। दरअसल, क्षेत्र में जमीन का एक बड़ा रैकेट चल रहा है । सबसे ज्यादा मामले सोनभद्र में देखने को मिला है।
सारा मामला एक जमीन के टुकड़े को लेकर है
मिली जानकारी के अनुसार अजय कुमार पासवान मंजरी देवी का इकलौता बेटा है। मंजरी देवी की मौत मार्च माह में लंबी बीमारी के चलते हो चुकी है। जिसके बाद असली खेल शुरू हुआ।
कोन थाना क्षेत्र के ख़ेमपुर गांव के लेखपाल अरविंद यादव और कुछ दबंगों के द्वारा मंजरी देवी के जमीन के एक दुकड़े को लेकर उनके बेटे अजय कुमार पासवान को जमीन से बेदखल करने के लिए उसको कागजों में ही खारिज कर दिया गया। यह जमीन सड़क किनारे होने की वजह से बहुत महंगी है।
पीड़ित अजय कुमार पासवान ने बताया कि मैं अपने मां मंजरी देवी का इकलौता बेटा हूं आप कुटुम्ब रजिस्टर और जमीन के खतौनी पर मेरी मां के साथ मेरी पत्नी व बच्चों का नाम जुड़ा है। मेरी मां मंजरी देवी की 29 मार्च को लंबी बीमारी के बाद मौत हो गई थी। जिसके बाद लेखपाल और कुछ दबंगों का खेल शुरू हो गया।
हमारी मां द्वारा आठ बीघे के चक में से 4.2 बीघे सिंगार चंद पुत्र पांचू के नाम बेच दिया गया। मां के द्वारा ही एक बीघे जमीन नागेंद्र पुत्र केशर पासवान को और 1.03 बीघा जमीन रामभजन पुत्र कैलाश को बेच दिया गया था, बाकी शेष दो बीघा जमीन जो मेरी मां के नाम है। उसी जमीन पर लेखपाल अरविंद यादव के द्वारा दबंगों को कब्जा दिलाने के लिए बड़ा खेल खेला गया।
इस खेल में लेखपाल अरविंद यादव ने मेरी मां के मौत के बाद मुझे कागजों पर मंजरी देवी के पुत्र होने से खारिज करते हुए मुझे जमीन से बेदखल कर दिया गया। जब इसकी जानकारी मुझे हुई तब मैं तहसील दिवस, थाना दिवस, डीएम व एसडीएम ओबरा के आफिस के चक्कर लगा लगा कर थक गया। पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
अजय पासवान ने बताया कि आप गांव के परिवार रजिस्टर और जमीन के खतौनी पर खुद देख सकते हैं कि मेरी मां के साथ मेरी पत्नी मेरे बच्चों का नाम जुड़ा हुआ है।
हम हाथ जोड़कर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इंसाफ मांगते है कि मेरी जमीन मुझे दिलाई जाए और इस लेखपाल अरविंद यादव के खिलाफ कार्यवाही किया जाए। मैं हाथ जोड़कर मुख्यमंत्री जी से न्याय की गुहार लगता हूँ मुझे विश्वाश है योगी जी हमे न्याय दिलाएंगे।