सीतामढ़ी। बिहार के सीतामढ़ी जिले में चार साल से बंद पड़ी चीनी मिल फिर से चालू होने की तैयारी में है। 20 दिसंबर को किसान अपने गन्ने के साथ ट्रैक्टर और बैलगाड़ी में मिल पहुँचे।
मिल के अधिकारियों ने मशीनों का ट्रायल शुरू किया और पूजा-अर्चना भी की। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 26 दिसंबर को मिल का औपचारिक उद्घाटन करेंगे।
चार साल से बंद चीनी मिल खुलेगी
सीतामढ़ी के लोगों के लिए खुशखबरी है। चार साल से बंद पड़ी चीनी मिल अब फिर से गुलजार होने वाली है। शुक्रवार 20 दिसंबर को किसान अपने गन्ने के साथ ट्रैक्टर और बैलगाड़ी में मिल परिसर में पहुँचे।
यह मिल के ट्रायल रन की शुरुआत थी। गन्ना निदेशक पीएन पौढियाल और मुख्य महाप्रबंधक पुतुर देव राजुलू ने बैलों और ट्रैक्टरों की पूजा की। गन्ना लेकर आये किसानों को सम्मानित भी किया गया।
चीनी मिल में मशीनों का ट्रायल
मिल प्रबंधन ने बताया कि उपलब्ध गन्ने से मशीनों का ट्रायल चल रहा है। इस दौरान अगर कोई खराबी मिलती है तो उसे ठीक किया जाएगा। इससे पहले मिल की घोषणा के बाद ही किसान अपना गन्ना लाना शुरू कर चुके हैं।
इस बार हर मशीन की अलग-अलग मंत्रोच्चार के साथ पूजा की गई है। नया प्रबंधन धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मिल का संचालन करना चाहता है।
सीएम नीतीश करेंगे उद्घाटन
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 26 दिसंबर को सीतामढ़ी के एक दिवसीय दौरे पर रहेंगे और चीनी मिल का औपचारिक उद्घाटन करेंगे। इसके साथ ही वे जिले के अन्य विकास कार्यों का भी जायजा लेंगे। उनका कार्यक्रम दोपहर 12:30 बजे से शुरू होगा।
सबसे पहले वे शिवहर से हेलीकॉप्टर द्वारा बेलसंड प्रखंड के मधकौल टूटान स्थल का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। इसके बाद वे रीगा स्थित चीनी मिल जाएँगे। वहाँ 12:50 बजे तक मिल का उद्घाटन और अधिकारियों से बातचीत करेंगे।
किसानों की आय बढ़ेगी
इससे किसानों की आय में वृद्धि होगी और क्षेत्र का आर्थिक विकास होगा। चीनी मिल के बंद होने से किसानों को काफी परेशानी हो रही थी। उन्हें अपने गन्ने को बेचने के लिए दूर के बाजारों में जाना पड़ता था।
इससे उन्हें काफी नुकसान होता था। अब चीनी मिल के फिर से चालू होने से उनकी समस्या का समाधान हो जाएगा। वे अपने गन्ने को आसानी से मिल में बेच सकेंगे।