जम्मू। उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा में सुरक्षाबलों ने शनिवार को स्थानीय आतंकी को गिरफ्तार कर टारगेट किलिंग की वारदात को विफल बना दिया। उससे पूछताछ जारी है।
जानकारी के अनुसार, बांदीपोरा पुलिस को पता चला था कि कुछ दिन पहले एक स्थानीय युवक आतंकी संगठन में सक्रिय हुआ है। वह बांदीपोरा में टारगेट किलिंग की वारदात को अंजाम दे सकता है।
आतंकी के पास से मिले हथियार
सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने संभावित ठिकानों की निगरानी शुरू कर दी। बांदीपोरा में कुछ रास्तों पर विशेष नाके भी लगाए गए। शाम को सात बजे एक नाका पार्टी ने एक युवक को सड़क पर पैदल चलते देखा। नाका पार्टी उसे रुकने का संकेत करती उससे पहले ही उक्त युवक ने रास्ता बदल वहां से भागने का प्रयास किया।
नाका पार्टी ने भागते देख उसका पीछा किया और उसे गोली चलाने का मौका दिए बगैर पकड़ लिया। उसकी पहचान वाशिम अहमद मलिक के रूप में हुई है। वह गुंडपोरा रामपोरा बांदीपोरा का रहने वाला। उसके पास से एक पिस्तौल, एक हथगोला और 15 कारतूस मिले हैं।
आतंकी मददगारों के खिलाफ आरोपपत्र दायर
वहीं, NIA ने उत्तरी कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों के लिए हथियार और पैसे का प्रबंध करने वाले दो ओवरग्राउंड वर्करों (आतंकी मददगारों) के खिलाफ जम्मू स्थित विशेष अदालत में शनिवार को आरोपपत्र दायर किया है।
आरोपित वहीद उल जहूर और मुबशिर मकबूल मीर इंटरनेट समेत विभिन्न माध्यमों के जरिए जम्मू-कश्मीर और गुलाम जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकियों व उनके हैंडलरों के साथ लगातार संपर्क में थे।
हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों के जुटाते थे पैसे
ये दोनों गुलाम जम्मू-कश्मीर में बैठे आतंकी सरगनाओं के निर्देश पर घाटी में सक्रिय हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों के लिए हथियार और पैसे का बंदोबस्त करते थे। आतंकियों की सप्लाई चेन की मुख्य कड़ी थे।
NIA के प्रवक्ता ने बताया कि वहीद उल जहूर को पुलिस ने 30 जून 2024 को पकड़ा था जब वह सफेद रंग की मारुति कार को सोपोर से बारामुला की तरफ जा रहा था। उसने नाका तोड़ भागने का प्रयास किया था, लेकिन नाकाम रहा।
लंबे समय से हिजबुल मुजाहिदीन के लिए कर रहा था काम
नाका पार्टी ने उसके वाहन को किसी तरह रोककर तलाशी ली और दो पिस्तौल, तीन मैगजीन, 41 कारतूस, दो ग्रेनेड और IED बनाने का सामान बरामद किया गया था।
वहीद उल जहूर से जब पूछताछ की गई तो उसने हिजबुल मुजाहिदीन के साथ अपने संबंधों का खुलासा किया। उसने बताया कि वह हिजबुल के लिए एक लंबे समय से बतौर OGW काम कर रहा है। उसके साथ एक और ओवरग्राउंड वर्कर है, जिसका नाम मुबशिर है।
जांच में जुटी NIA की टीम
पुलिस ने मुबशिर को भी गिरफ्तार कर लिया और उसके पास से भी आपत्तिजनक साजो सामान मिला। जांच में पता चला कि मुबशिर हिजबुल मुजाहिदीन के लिए पैसे का भी बंदोबस्त करता है।
प्रवक्ता ने बताया कि इन दोनों से मिली जानकारी के आधार पर एनआईए ने कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन के लिए हथियारों और पैसे की आपूर्ति के पूरे तंत्र का पता लगाने के लिए अपनी जांच जारी रखी हुई है।
सोपोर में आतंकियों के दो OGW गिरफ्तार
सुरक्षाबलों ने शनिवार को उत्तरी कश्मीर के यारबु (सोपोर) में आतंकियों के दो ओवरग्राउंड वर्करों (OGW) को गिरफ्तार कर लिया। दोनों से पूछताछ जारी है। जानकारी के अनुसार, पुलिस औार सेना के एक संयुक्त कार्यदल ने सोपोर में डांगीवाचा से कुछ ही दूरी पर यारबुग में एक विशेष सूचना के आधार पर नाका लगाया था।
नाका पार्टी ने वहां से गुजरने वाले वाहनों और लोगों की जांच पढ़ताल शुरु कर दी। नाका पार्टी ने आतंकियों के दो ओवरग्राउंड वर्करों को गिरफ्तार किया। उनके पास से एक पिस्तौल,पांच कारतूस, दो हथगोले और 10 हजार छह सौ रूपये की नकदी मिली।
दोनों की पहचान रशीद अहमद बट और साजिद इस्माइल हारु के रूप में हुई। दोनों ही दक्षिण कश्मीर में जिला अनंतनाग के अरवनी के रहने वाले हैं। देर रात गए इस खबर के लिख जाने तक इन दोनों से पूछताछ जारी थी।