तेहरान। ईरान ने एक अक्टूबर यानी मंगलवार को इजरायल पर 180 से अधिक बैलेस्टिक मिसाइलों से हमला किया था। इसके दो दिन बाद से ईरान की शक्तिशाली कुद्स फोर्स के प्रमुख इस्माइल कानी लापता हैं।
ईरान उनके साथ संपर्क नहीं बना पा रहा है। जानकारी के मुताबिक हसन नसरल्लाह की मौत के बाद वह लेबनान पहुंचे थे, मगर वह अब किस हाल में किसी को कुछ नहीं पता है।
इजरायली अटैक के बाद से लापता
ईरान के दो सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि पिछले हफ्ते गुरुवार बेरूत में इजरायली एयर स्ट्राइक के बाद से इस्माइल कानी का कुछ पता नहीं है। ईरानी अधिकारी के मुताबिक वह बेरूत के दहिया इलाके में थे।
यहां गुरुवार को इजरायल ने हिजबुल्लाह के संभावित उत्तराधिकारी हाशिम सफीउद्दीन को स्ट्राइक में निशाना बनाया। हालांकि ईरानी अधिकारी का कहना है कि इस्माइल सफीउद्दीन से नहीं मिले थे। उधर, बेरूत हमले में इस्माइल कानी के मारे जाने की खबरों पर इजरायल ने कोई स्पष्ट टिप्पणी नहीं की।
सफीउद्दीन भी गायब
हिजबुल्लाह का कहना है कि उसके नेता हाशिम सफीउद्दीन से भी संपर्क नहीं हो पा रहा है। उनकी तलाश की कोशिश की जा रही है। मगर इजरायल इस तलाश को आगे नहीं बढ़ने दे रहा है।
27 सितंबर को इजरायल ने बेरूत में भीषण बमबारी में हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह को ढेर किया था। इसके बाद उत्तराधिकारी के रूप में हाशिम सफीउद्दीन का नाम सबसे आगे था।
इस्माइल कानी के बारे में
67 वर्षीय इस्माइल कानी का जन्म मशहद में हुआ था। यह शहर उत्तर-पूर्वी ईरान में पड़ता है। उन्होंने 1980 के दशक में ईरान-इराक युद्ध के दौरान रिवोल्यूशनरी गार्ड्स को ज्वाइन किया था।
2020 में ईराक की राजधानी बगदाद में अमेरिकी ड्रोन हमले में कुद्स फोर्स के प्रमुख कासिम सुलेमानी को मारा गया था। इसके बाद ईरान ने इस्माइल कानी को रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स की विदेशी सैन्य खुफिया सेवा का प्रमुख नियुक्त किया था।