प्रयागराज। ‘मेन बात यह है कि गुड्डू मुस्लिम’… माफिया ब्रदर्स अतीक-अशरफ की 15 अप्रैल 2023 की रात काल्विन चिकित्सालय में हुई हत्या से पहले माफिया खालिद अजीम उर्फ अशरफ इतना ही बोल पाया था। वह क्या कहना चाहता था, किसके राज खोलना चाहता था, इस पर रहस्य बना हुआ था, लेकिन अब पुलिस के सामने इससे जुड़ी चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है।
माफिया अतीक और अशरफ हत्याकांड की पहली बरसी से पहले पुलिस ने जेल में बंद अतीक के बेटे अली से पूछताछ की। तब अली ने कहा कि गुड्डू मुस्लिम गद्दार है। उसकी तरह कई और भी गद्दार हैं।
अली ने गुड्डू मुस्लिम को बताया गद्दार
अली का दावा है कि चाचा अशरफ यही बात बताने वाले थे, लेकिन उनका कत्ल कर दिया गया था। अली अहमद के बयान से अब गुड्डू मुस्लिम की गद्दारी और उसके भरोसे को लेकर कई तरह की चर्चा तेज हो गई है। दरअसल, उमेश पाल हत्याकांड में गुड्डू फरार चल रहा है।
गौरतलब है कि 24 फरवरी 2023 की शाम प्रयागराज के धूमनगंज के जयंतीपुर में उमेश पाल और उनके दो गनर की गोली, बम मारकर हत्या कर दी गई थी। इस वारदात से पूरे प्रदेश में सनसनी फैल गई थी।
उमेश की पत्नी जया पाल की तहरीर पर पुलिस ने माफिया अतीक, उसके भाई अशरफ, बीवी शाइस्ता समेत कई के खिलाफ मुकदमा कायम किया था। हत्याकांड के संबंध में पूछताछ करने के लिए धूमनगंज पुलिस ने अतीक व अशरफ को पुलिस कस्टडी रिमांड (पीसीआर) पर लिया था।
15 अप्रैल को हुई थी अतीक-अशरफ की हत्या
15 अप्रैल की रात तबियत खराब होने पर पुलिस दोनों भाईयों की जांच कराने के लिए काल्विन अस्पताल पहुंची थी। गेट नंबर दो के बाहर पुलिस की जीप से उतरने के बाद अतीक व अशरफ मीडियाकर्मियों से बातचीत करने लगे। इसी बीच अशरफ ने कहा कि मेन बात यह है कि गुड्डू….तभी उसकी और अतीक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
पुलिस ने मौके से ही हत्यारोपित बांदा के लवलेश तिवारी, हमीरपुर के सनी और कासगंज के अरुण मौर्या को दबोच लिया था। वर्तमान समय में तीन अभियुक्त चित्रकूट जेल में बंद हैं।
बताया गया है कि उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस की ओर से विवेचना की जा रही है। दो दिन पहले नैनी जेल में पुलिस पूछताछ करने के लिए पहुंची तो अली का चेहरा गुस्से से भरा हुआ था। उसने पुलिस के सामने तेज आवाज में बोला की गुड्डू मुस्लिम गद्दार है। उसकी तरह कई और भी गद्दार हैं।
गुड्डू ने दिया था असद का इनपुट
उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम देने के बाद अतीक का बेटा असद शूटर गुलाम के साथ फरार हो गया था। पुलिस और एसटीएफ की टीम उनकी तलाश में कई दिनों तक खाक छानती रहीं। सूत्रों का कहना है कि मुंबई में गुड्डू मुस्लिम के छिपे होने का पता चला, जहां टीम पहुंची। इसी बीच गुड्डू ने अपने करीबी के जरिए असद के बारे में पुलिस को इनपुट दिया था। इसके बाद ही झांसी में असद व गुलाम एकाउंटर में ढेर हुए थे।