नई दिल्ली। सलीम-जावेद 70-80 के दशक के दशक के वो राइटर हैं, जिन्होंने एक समय पर अपनी लिखावट के दम पर इंडस्ट्री पर राज किया है। वह एकमात्र ऐसी जोड़ी हैं, जिन्हें उस दौर में एक्टर्स से ज्यादा फीस मिलती थी। दोनों को इंडस्ट्री में अकेले-अकेले वो सफलता नहीं मिली, जो एक टीम बनाकर मिली।
1971 में सलीम-जावेद की जोड़ी बनी और दोनों ने साथ में हाथी मेरे साथी, शोले, यादों की बारात, जंजीर, मजबूर ,दीवार, त्रिशूल और काला पत्थर जैसी सफल फिल्में दी। कुछ दिनों पहले ही दोनों की डॉक्युमेंट्री सीरीज ‘एंग्री यंग मैन’ का ट्रेलर रिलीज किया गया। अब हाल ही में जोया अख्तर ने बताया कि उन्हें सलीम-जावेद पर सीरीज बनाने का आइडिया कैसे आया।
मेरे बचपन की कहानी सुनाते थे
जोया अख्तर ने बताया कि सलीम-जावेद पर डॉक्युमेंट्री सीरीज ‘एंग्री यंग मैन’ बनाने का आइडिया उन्हें कहीं और से नहीं, बल्कि सलमान खान के पिता से ही मिला। उन्होंने कहा, “सलीम अंकल बैंडस्टैंड पर वॉक करते हैं और मैं भी वहां पर जाती हूं, वह अक्सर मुझे मिल जाते हैं। हम कभी-कभी साथ में ही घूम लेते हैं।
अगर वह कभी वहां पर बैठे हुए हैं, तो मैं भी उनके साथ चिल कर लेती हूं। उन्होंने मुझे बताया था कि वह स्क्रिप्ट कैसे लिखते थे, मेरे बचपन की वो कहानियां बताते थे, जो मुझे याद भी नहीं है। एक बार मैंने सोचा कि ये जो भी बता रहे हैं, वह क्यों ना पेपर पर उतारी जाए”।
जावेद अख्तर का था ऐसा रिएक्शन
जोया अख्तर ने आगे बताया, “एक दिन मैं और रीमा कागती दोनों मॉर्निंग वॉक के दौरान सलीम खान के पास गए और हमने उनसे कहा कि हम आपकी कहानी को डॉक्युमेंट्री में उतारना चाहते हैं, क्या हम कर सकते हैं? सलीम अंकल तैयार हो गए, फिर हमने जावेद अख्तर से बात की, उन्होंने कहा कि अगर वह तैयार हैं, तो हम बना सकते हैं।
मैंने अलवीरा (सलमान की बहन) को फोन करके बताया और सलमा आंटी से मिली, उन्होंने मुझे आशीर्वाद दिया। सबसे मिलने के बाद हमने सलमान खान से आइडिया डिस्कस किया और वह ऑनबोर्ड आ गए”।
सलीम-जावेद की जिंदगी-दोस्ती, करियर और स्प्लिट होने तक के सफर पर बनी इस कहानी में अमिताभ बच्चन से लेकर जया बच्चन, हेमा मालिनी, ऋतिक रोशन और आमिर खान जैसे सितारों को भी फीचर किया गया है। ये डॉक्युमेंट्री सीरीज 20 अगस्त को अमेजन प्राइम पर रिलीज होगी।