भोपाल। भोपाल में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) का आज प्रधानमंत्री मोदी ने शुभारंभ किया। ये जो 24-25 फरवरी तक चलेगी। समिट में पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सीएम मोहन यादव ने स्वागत किया। उन्हें अंग वस्त्र ओढ़ाकर भगवान महाकाल की तस्वीर भेंट की।
संबोधन की शुरुआत में पीएम मोदी ने समारोह में देरी से आने के लिए माफी मांगी। उन्होंने बताया कि बच्चों की परीक्षाओं का समय और मेरा राजभवन से निकलने का समय एक साथ हो रहा था। इसलिए मैं राजभवन से देर से निकला। मैंने सोचा कि बच्चों के निकलने के बाद ही मैं निकलूं। इस वजह से मैंने स्वयं राजभवन से निकलने में लेट कर दिया।
अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए पीएम ने कहा कि राजा भोज की नगरी में आज का ये कार्यक्रम बहुत अहम है। इस भव्य आयोजन के लिए सीएम मोहन यादव जी और टीम को बहुत बहुत बधाई देता हूं।
आज भारत को सोलर पॉवर कहा जाने लगा
भारत के इतिहास में ऐसा अवसर पहली बार आया है जब पूरी दुनिया भारत के लिए अच्छी संभावनाएं से देख रही है। सभी को भारत से बहुत आशाएं हैं। पिछले कुछ हफ्तों में जो विचार आएं है वो भारत में हर निवेशक के लिए उत्साहवर्धक हैं। UN की एक संस्था ने भारत को सोलर पॉवर की सुपरपॉवर कहा है।
पहले लोग मप्र में निवेश करने से डरते थे
भारत का आत्मविश्वास बढ़ रहा है तो राज्यों का भी आत्मविश्वास बढ़ रहा है। जनसंख्या के हिसाब से मध्य प्रदेश भारत का पांचवां बढ़ा राज्य है। कृषि और माइनिंग के हिसाब से भी मप्र बड़ा राज्य है। MP में बहुत संभावनाएं हैं। ये MP को देश के पांच बढ़े राज्यों ला सकता है।
MP ने 20 सालों में बड़ा परिवर्तन देखा है। पहले लोग निवेश करने से डरते थे। MP ने अब निवेश के मामलों बड़ा स्थान बना लिया है। MP आज EV के लीडिंग स्टेट में से एक है। MP में दो लाख EV वाहन पंजीकृत हो गए हैं, जो बड़ी बात है। MP निवेश के लिए बड़ा डेस्टिनेशन बनता जा रहा है।
मुंबई से जुड़ रहा MP
MP को बड़ा फायदा मिला है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस का बड़ा हिस्सा एमपी से होकर गुजरता है। MP मुंबई से जुड़ रहा है। पांच हजार किलोमीटर का सड़क नेटवर्क बन चुका है।
लॉजिस्टिक कनेक्टिविटी के कारण MP आगे बढ़ रहा है। MP में रेल नेटवर्क का 100 फीसदी इलेक्ट्रिफिकेशन हो चुका है। हवाई नेटवर्क भी यहां सुधारा गया है। यहां की कमलापति स्टेशन को भी मार्डन बनाया गया है।
यहां 31 हजार मेगावाट बिजली पैदा हो रही
एनर्जी सेक्टर के बूम का एमपी को लाभ मिला है। एमपी पॉवर सरप्लस है। यहां 31 हजार मेगावाट बिजली पैदा हो रही है। इसमें से 30 फीसदी क्लीन एनर्जी है।
बीना रिफाइनरी में 50 हजार करोड़ का निवेश
बीना रिफाइनरी में 50 हजार करोड़ का निवेश हुआ है। ये एमपी को पेट्रो केमिकल का हब बनाने में मदद करेगा। एमपी में 300 से ज्यादा इंडस्ट्रियल जोन हैं। पीथमपुर, देवास रतलाम में इंवेस्टर जोन बनाए जा रहे हैं। सभी निवेशकों के लिए बेहतर रिटर्न की अपार संभावनाएं हैं।
नदियों जोड़ने से उद्योगों को भी लाभ
उद्योगों के लिए पानी बहुत जरूरी है। इसके लिए एमपी में नदियों जोड़ो अभियान चलाया गया है। यहां की खेती को भी इसका फायदा मिल रहा है। 45 हजार करोड़ रुपये के केन-बेतवा लिंक परियोजना शुरू की गई है। इसके 10 लाख हेक्टेयर जमीन की उर्वरता बढ़ेगी।