लखनऊ। उप्र की योगी सरकार आज अपने दूसरे कार्यकाल का चौथा बजट पेश कर रही है। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने आठ लाख, आठ हजार 736 करोड़ का बजट पेश किया है। सदन में वित्तमंत्री ने योगी सरकार का रोडमैप रखा।
‘सरकार अपने मिशन को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध’
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि प्रदेश सरकार के संबंधित विभागों की ओर से सेक्टरवार योजना पर कार्य चल रहा है, जिसकी समीक्षा नियमित रूप से की जा रही है।
सुचारू नीति कार्यान्वयन, व्यापार को आसान बनाने, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस तथा निवेश आकर्षित करने के लिए विकास के कार्य के समर्पण भाव से किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार राज्य को एक मुख्य निवेश केंद्र तथा देश के ग्रोथ इंजन के रूप में स्थापित करने के अपने मिशन को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है।
अर्थव्यवस्था को वन ट्रिलियन डॉलर बनाए जाने का लक्ष्य
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश की अर्थव्यवस्था को वन ट्रिलियन डॉलर बनाए जाने का लक्ष्य रखा है। राज्य सरकार ने 10 सेक्टर में कृषि एवं संवर्गीय सेवाएं, अवस्थापना, उद्योग, आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, शिक्षा, पर्यटन, नगर विकास, वित्तीय सेवाएं, ऊर्जा, पूंजी निवेश आदि चिन्हित करते हुए सेक्टरवार कार्ययोजना तैयार की है।
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने पढ़ा शेर
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि जिस तरह से मुख्यमंत्री योगी ने एक तपोनिष्ठ कर्मयोगी की तरह प्रदेश के विकास के लिए काम किया है, उसके बारे में मैं कहना चाहूंगा
”जिस दिन से चला हूं मेरी मंजिल पर नजर है
आंखों ने कभी मील का पत्थर नहीं देखा।”
53 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी
वित्त मंत्री ने कहा कि महाकुंभ में देश-विदेश से आए लगभग 53 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने पिछले लगभग आठ वर्षों में प्रत्येक क्षेत्र में प्रगति की है।
चाहे वह कानून व्यवस्था हो, आर्थिक विकास हो, औद्योगिक विकास हो, दुर्बल वर्गों को विकास की मुख्यधारा में लाना हो, गरीबी उन्मूलन हो, अवस्थापना विकास हो अथवा वित्तीय समावेशन हो। हमने चिकित्सा सुविधाओं का तेज गति से विकास किया है। हर क्षेत्र में आधुनिक तकनीक के प्रयोग और नवाचार को विशेष रूप से बढ़ावा दिया गया है।
‘यह एक दुर्लभ खगोलीय घटना भी है’
उन्होंने कहा कि कुंभ का वर्णन ऋग्वेद और अथर्ववेद में मिलता है। यह भारत की प्राचीन सांस्कृतिक एवं धार्मिक अक्षुण्णता का परिचायक है। कुंभ मात्र एक धार्मिक, सांस्कृतिक मेला ही नहीं है, यह एक दुर्लभ खगोलीय घटना भी है। प्रयागराज में आयोजित होने वाले कुंभ के विषय में पुराणों का यह श्लोक मैं पढ़ना चाहूंगा
“मेष राशिगते जीवे मकरे चन्द्रभास्करौ।
अमावस्या तदा योगः कुम्भख्यस्तीर्थ नायके ।।
अर्थात बृहस्पति मेष राशि में तथा चन्द्र और सूर्य मकर राशि में जब आते हैं और अमावस्या तिथि हो तो तीर्थो के नायक प्रयाग में कुम्भयोग होता है।
वित्तीय वर्ष 2025-2026 का बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि इस वर्ष तीर्थनगरी प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का भव्य आयोजन हो रहा है। यह हम सभी के लिए ही नहीं पूरे भारत और पूरे विश्व के लिए सौभाग्य की बात है कि हम अपने जीवनकाल में आस्था, संस्कृति और मानवता के समागम के इस महापर्व के भागी बन सके।