लखनऊ। उप्र के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने लापरवाह चिकित्सकों पर शिकंजा कस दिया है। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के निर्देश पर शुक्रवार को ऐसे 29 डाक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। इसमें ड्यूटी से लंबे समय से गायब चल रहे 15 चिकित्सकों को बर्खास्त किया जाएगा।
वहीं लापरवाही बरतने के आरोपित 10 डाक्टरों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू करने के आदेश दिए गए। वित्तीय अनियमितता के आरोपित दो अपर मुख्य चिकित्साधिकारियों (ACMO) की वेतन वृद्धि खिलाफ भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
लंबे समय से बिना सूचना के गायब हैं 15 चिकित्सक
बिना किसी सूचना के लंबे समय से गायब चल रहे जिन 15 चिकित्सकों को बर्खास्त किए जाने के आदेश दिए गए हैं, जल्द इनकी बर्खास्तगी की प्रक्रिया शुरू होगी।
बिना टेंडर के ही फर्मों को भुगतान करने व वित्तीय अनियमितता बरतने के आरोपित जिन दो एसीएमओ की वेतन वृद्धि रोके जाने के निर्देश दिए गए हैं उनमें बिजनौर के डा. पारस राम नायर की दो और मुजफ्फरनगर के डा. शैलेष जैन की दो वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश दिए गए हैं।
वित्तीय अनियमितताओं के दोषी अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, बिजनौर तथा अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, मुजफ्फरनगर की वेतनवृद्धियोँ को रोके जाने हेतु मेरे द्वारा प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को निर्देश दिये गए हैं।