वाशिंगटन। अमेरिका में मौजूद अवैध प्रवासियों को देश से बाहर निकालने के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कमर कस ली है। ट्रंप प्रशासन लगातार अवैध प्रवासियों को उनके देश डिपोर्ट करना शुरू कर दिया है।
अमेरिकी अधिकारियों ने गुरुद्वारे की ली तलाशी
आशंका जताई जा रही है कि अवैध तरीके से अमेरिका में रह रहे 18000 से ज्यादा भारतीयों को वापस भारत भेजा जाएगा। इसी बीच न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी में कानून प्रवर्तन अधिकारी अवैध प्रवासियों की तलाश में गुरुद्वारे जा पहुंचे।
इस घटना पर सिख संगठनों ने नाराजगी जाहिर की है। सिख संगठनों ने इस तरह की कार्रवाई को अपनी आस्था की पवित्रता के लिए खतरा बताया।
सिख समुदाय ने जाहिर की चिंता
सिख अमेरिकन लीगल डिफेंस एंड एजुकेशन फंड (SALDEF) ने इस घटना पर चिंता जाहिर की है। SALDEF की कार्यकारी निदेशक किरण कौर गिल ने कहा कि गुरुद्वारे सिर्फ पूजा स्थल नहीं है, बल्कि ये एक महत्वपूर्ण सामुदायिक केंद्र भी है,
जो सिखों और व्यापक समुदाय की मदद करते हैं। इन स्थानों पर तलाशी की वजह से हमारी आस्था की पवित्रता खतरे में पड़ जाती है। ऐसी घटनाएं देशभर में मौजूद सिख समुदाय के लोगों की चिंता बढ़ाती है।
ट्रंप प्रशासन का क्या कहना है?
माना जाता है कि अवैध तरीके से अमेरिका में रह रहे प्रवासी न्यूयॉर्क और न्यूजर्सी के कुछ गुरुद्वारों का उपयोग करते हैं। अमेरिकी गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने जानकारी दी कि CBP और ICE के अधिकारी उन हत्यारों और यौन उत्पीड़न करने वाले आरोपियों की तलाश में हैं, जो अवैध तरीके से हमारे देश में दाखिल हुए हैं। गिरफ्तारी से बचने के लिए अपराधी स्कूलों और गिरजाघरों में छिप गए हैं।