देहरादून। गुरुवार देर रात से पहाड़ों पर रुक-रुक कर हो रही बारिश से उत्तराखंड में नदी-नाले उफान पर हैं। हरिद्वार और ऋषिकेश में गंगा नदी का जल स्तर खतरे के निशान के करीब है। भारी बारिश के अलर्ट के बीच शनिवार को भी देहरादून, पिथौरागढ़ व बागेश्वर में स्कूल बंद किए गए हैं। वहीं चमोली जिले में दो वाहन पहाड़ी से गिरे मलबे में दब गए हैं। किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
देहरादून और बागेश्वर जिले के कुछ इलाकों में शनिवार को तेज बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पौड़ी, नैनीताल और पिथौरागढ़ जिले में कहीं-कहीं कई दौर की तेज बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है।
गंगोत्री में भागीरथी फिर उफान पर
उत्तरकाशी। गंगोत्री में भागीरथी का जलस्तर फिर बढ़ गया है। गंगोत्री में भागीरथी नदी का उफान घाटों के ऊपर तक पहुंच रहा है। गंगोत्री में आरती स्थल भागीरथ शिला से तक भागीरथी का जलस्तर पहुंच रहा है। तीर्थ पुरोहितों दान पत्र और अन्य सामान हटा दिया है। बता दें कि शुक्रवार को यहां नदी उफान पर आ गई थी और तबाही ला दी थी।
मसूरी बैंड के समीप दिल्ली यमुनोत्री एनएच बंद
मसूरी चकराता एनएच 707ए कैम्पटी फाल से आगे सैंजी ढांग में तथा जीवन आश्रम के समीप पूरी रात बंद रहा। शनिवार सुबह जेसीबी ने मलबा हटाकर मार्ग खुलवाया। एनएच 507, दिल्ली यमुनोत्री एनएच मसूरी बैंड के समीप अभी भी बंद है, दो जेसीबी मलबा हटाने में लगी हैं। मसूरी देहरादून मुख्य मार्ग खुला है।
भारी वर्षा को देखते हुए आज 12वीं तक के स्कूलों में अवकाश
मौसम विभाग की ओर से शनिवार को भी देहरादून जनपद में आकाशीय बिजली चमकने और भारी से बहुत भारी वर्षा की चेतावनी को देखते हुए जिलाधिकारी सोनिका ने पहली से 12वीं तक के समस्त विद्यालयों और आंगनबाड़ी केंद्रों पर शनिवार को अवकाश घोषित किया है।
शासकीय, अशासकीय और निजी विद्यालयों को जारी आदेश का पालन करेना होगा। भारी वर्षा के चलते शुक्रवार को भी देहरादून के स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया था। पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश से रुद्रप्रयाग जनपद में बहने वाली अलकनंदा और मंदाकिनी नदियां अपने रौद्र रूप में बह रही हैं।
गंगोत्री-यमुनोत्री हाईवे सुचारू
उत्तरकाशी में मुख्यालय, चिन्यालीसौड़ क्षेत्र में हल्की वर्षा हो रही है। जनपद के अन्य तहसील क्षेत्रों में बादल लगे हैं। गंगोत्री – यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात हेतु सुचारू बताया जा रहा है। लम्बगांव मोटर मार्ग आयंरखाल के पास मलबा व पत्थर आने के कारण मार्ग बाधित होने की सूचना है।
खतरे के निशान से महज 88 मीटर नीचे रहा गंगा का जल स्तर
शुक्रवार को त्रिवेणी घाट ऋषिकेश में गंगा का जल स्तर 339.62 मीटर तक पहुंचा, जो कि खतरे के निशान से महज 88 मीटर नीचे रहा। जल स्तर बढ़ने के कारण सुबह से गंगा घाटों पर पुलिस ने मुनादी शुरू की। तटीय क्षेत्रों में दिनभर तैराक पुलिस भी तैनात रही।
शुक्रवार सुबह गंगा का जल स्तर 338.99 मीटर (समुद्र तल से)दर्ज किया जो धीरे-धीरे बढ़ते हुए दोपहर दो बजे के बाद चेतावनी रेखा को पार कर दिया। दोपहर 3:00 बजे तक 339:50 मीटर तक पहुंच गया, जबकि खतरे के निशान (340.50 मीटर) से महज 88 मीटर कम था। इस दौरान गंगा का जल स्तर आरती पांडाल से ऊपर पहुंच गया।
सुबह से ही जल स्तर बढ़ने की सूचना मिलने पर पुलिस कर्मी व एसडीआरएफ के जवान गंगा घाटों पर तैनात रहे। सुबह से पुलिसकर्मियों ने मुनादी कर लोगों को सतर्क किया।
ऋषिकेश कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजेंद्र सिंह खोलिया ने कहा कि सुबह से आपदा प्रबंधन कार्यालय से सूचना मिली थी कि टिहरी डैम व श्रीनगर डैम से पानी छोड़ा गया है, जिसके कारण दोपहर तक ऋषिकेश में गंगा का जल स्तर बढ़ने की संभावना है। गंगा घाटों व तटीय आबादी वाले क्षेत्र चंद्रेश्वर नगर, मायाकुंड में लोगों को गंगा नदी के खतरे के बारे में सतर्क किया गया।
गंगा का जलस्तर चेतावनी स्तर को किया पार
पर्वतीय जिलों में हो रही वर्षा से शुक्रवार शाम गंगा उफान पर आ गई। जलस्तर चेतावनी स्तर 293 मीटर को पार गया। इसे देखते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से अलर्ट जारी किया गया। कंट्रोल मैसेज मिलने के बाद पुलिस ने कांवड़ यात्रियों को सतर्क किया।
शुक्रवार शाम भीमगोड़ा बैराज पर गंगा का जलस्तर चेतावनी स्तर 293 मीटर को पार कर 293.30 मीटर पर पहुंच गया। इस पर पुलिस प्रशासन की ओर से अलर्ट जारी किया गया। बाढ़ राहत चौकियों को अलर्ट किया गया। लोगों से गंगा के तटवर्ती इलाकों में न जाने को आगाह किया गया।