नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस का दौरा किया। पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात पर पूरी दुनिया की नजर थी। दोनों नेताओं के बीच ये मुलाकात यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को पसंद नहीं आई। उन्होंने मोदी और पुतिन की मुलाकात पर तीखी टिप्पणी की।
जेलेंस्की ने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा,”ऐसे समय में जब रूस लगातार यूक्रेन पर हमला कर रहा है तब दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के नेता का वहां जाकर दुनिया के सबसे बड़े अपराधी के साथ गले मिलना बहुत ही दुखद है।”
रूस ने जेलेंस्की को दिया जवाब
जेलेंस्की के इस बयान पर रूस ने जवाब दिया है। भारत में रूसी प्रभारी रोमन बाबुश्किन ने कहा, “उन्होंने यह तब कहा जब अस्पताल के खिलाफ गोलाबारी हुई। यह रूसी मिसाइल नहीं बल्कि यूक्रेनी एंटी-मिसाइल थी।”
रोमन बाबुश्किन ने आगे कहा,”हमारी रिपोर्टों के अनुसार, हम केवल सैन्य बुनियादी ढांचे को लक्षित कर रहे हैं। दूसरा पहलू यह है कि वे अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का उल्लंघन करके इस बुनियादी ढांचे को आबादी वाले क्षेत्रों में तैनात कर रहे हैं। जेलेंस्की युद्ध के राष्ट्रपति हैं। उन्हें पश्चिम देशों से समर्थन मिलता रहता है।”
बता दें कि यूक्रेन का दावा है कि इस मिसाइल हमले में 37 लोग मारे गए, जिनमें से तीन बच्चे थे, और 170 लोग घायल हुए, जिनमें 13 बच्चे शामिल हैं। यूक्रेन ने ये भी दावा किया कि बच्चों के सबसे बड़े अस्पताल पर रूसी मिसाइल से हमला किया गया, जिसमें कैंसर पीड़ित बच्चों का इलाज चल रहा था।
जेलेंस्की को चुनाव कराना होगा
रोमन बाबुश्किन ने कहा कि पश्चिम को युद्ध रोकने में कोई दिलचस्पी नहीं है क्योंकि इससे उनकी वैधता पर सवाल उठेगा। उनका कार्यकाल मार्च में समाप्त हो गया था और उन्हें चुनाव कराना होगा।