नई दिल्ली। बसपा सुप्रीमो मायावती ने पीएम नरेंद्र मोदी के सांप्रदायिक नागरिक संहिता वाले बयान को लेकर निशाना साधा है। मायावती ने कहा कि सरकार संविधान की मंशा के हिसाब से सेक्युलरिज्म का पालन करे यही सच्ची देशभक्ति व राजधर्म है।
मायावती ने शुक्रवार को एक्स पर लिखा, ”पीएम द्वारा कल 15 अगस्त को लाल क़िले से बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर द्वारा सभी धर्मों का एक-समान सम्मान के धर्मनिरपेक्षता के सिद्धान्त की संवैधानिक व्यवस्था को ‘कम्युनल’ कहना क्या उचित? सरकार संविधान की मंशा के हिसाब से सेक्युलरिज्म का पालन करे यही सच्ची देशभक्ति व राजधर्म।”
1. पीएम का 78वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल क़िले से दिया गया भाषण काफी लम्बा-चौड़ा, किन्तु करोड़ों दलितों व आदिवासियों के आरक्षण आदि के हक की रक्षा के मामले में अत्यन्त निराशाजनक जबकि मा. सुप्रीम कोर्ट के दिनांक 1 अगस्त 2024 के निर्णय के बाद यह अति खास व ज्वलन्त मुद्दा। 1/2
— Mayawati (@Mayawati) August 16, 2024
मायावती ने पूछा- लोगों के अच्छे दिन कब आयेंगे?
मायावती ने गरीबी, महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों को लेकर भी केंद्र सरकार को घेरा। उन्होंने आगे लिखा, इतना ही नहीं बल्कि पीएम द्वारा देश की अपार ग़रीबी, बेरोज़गारी, महंगाई व पिछड़ेपन आदि की ज्वलन्त राष्ट्रीय समस्याओं पर इससे प्रभावित करीब सवासौ करोड़ लोगों में उम्मीद की कोई नई किरण नहीं जगा पाना भी कितना सही? लोगों के ‘अच्छे दिन’ कब आयेंगे?