मुंबई। बीजेपी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा? 2024 लोकसभा चुनावों के बाद से यह सवाल उठा रहा है। क्योंकि मौजूदा बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा मोदी 3.0 में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री बन चुके हैं। ऐसे में उनके उत्तराधिकारी को लेकर लंबे समय से चर्चा चल रही है।
तमाम नामों पर अटकलों के बाद अब यह माना जा रहा है कि महाराष्ट्र के मौजूदा उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (54) जे पी नड्डा की जगह ले सकते हैं। दिल्ली में पत्नी अमृता व बेटी दिविजा के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुलाकात के बाद राजनीतिक हलकों में इसकी चर्चा है कि क्या फडणवीस नए बीजेपी अध्यक्ष होंगे?
मा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी का आशीर्वाद सदा महाराष्ट्र के साथ रहा है और रहेगा ।
उनके साथ मुलाकात कर हर बार एक नई ऊर्जा मिलती है, उनका मार्गदर्शन प्राप्त होता है ।
आज सपरिवार मा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी से सदिच्छा भेट करने का अवसर प्राप्त हुआ । पत्नी अमृता और बेटी दिविजा… pic.twitter.com/YkywcOdl6d
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) July 28, 2024
देवेंद्र फडणवीस अभी तक केंद्रीय नेतृत्व के हर भरोसे पर खरे उतरे हैं। लोकसभा चुनावों में हार आशानुरुप परिणाम नहीं आने पर फडणवीस ने इस्तीफे की पेशकश कर दी थी।
फडणवीस क्यों हैं सबसे फिट?
देवेंद्र फडणवीस को बीजेपी अध्यक्ष के लिए सबसे फिट और सुयोग्य कैंडिटेड माना जा रहा है क्योंकि उनके न सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से अच्छे रिश्ते हैं, बल्कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) को उनके नाम पर आपत्ति नहीं होगी। उनके संघ प्रमुख मोहन भागवत से काफी अच्छे और गर्मजोशी वाले रिश्ते हैं।
मौजूदा बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद विस्तार पर हैं। दिल्ली में फडणवीस की पत्नी और बेटी के साथ PM मोदी से मुलाकात के बाद यह धारणा मजबूत होती है कि बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व फडणवीस को पार्टी में अहम पद पर नियुक्त करना चाहता है।
सूत्र के हवाले लिखा गया है कि इससे पहले RSS और भाजपा के बीच नामों को लेकर मतभेद थे, जिससे राष्ट्रीय भाजपा प्रमुख की नियुक्ति में देरी हो रही थी। फडणवीस को लेकर आम सहमति बनती दिख रही है। ऐसे में फडणवीस- पीएम मोदी की मुलाकात महत्वपूर्ण है।
नागपुर से आते हैं फडणवीस
महाराष्ट्र के पहले मुख्यमंत्री और वर्तमान में डिप्टी सीएम की जिम्मेदारी संभाल रहे देवेंद्र फडणवीस नागपुर से आते हैं। वह वहीं से विधायक है। इससे पहले नागपुर से आने वाले नितिन गडकरी बीजेपी के अध्यक्ष रह चुके हैं।
राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि फडणवीस अगर संगठन में शीर्ष पद को संभालते हैं तो पार्टी को एक साथ कई लाभ हो सकते हैं। मराठा आरक्षण को लेकर राज्य में फडणवीस को लेकर माहौल है। पार्टी उससे निपट सकेगी।
इतना ही नहीं पार्टी नई लीडरशिप के साथ चुनाव में जा पाएगी। फडणवीस जाति से ब्राह्मण है। उनकी शीर्ष नेतृत्व से करीबी है। ऐसे में उनकी ताजपोशी में कोई दिक्कत नहीं आने संभावना जताई जा रही है।
महाराष्ट्र में फडणवीस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की संभावनाओं के बीच राजनीति गरमा गई है। इससे पहले महाराष्ट्र बीजेपी के नेता विनोद तावड़े का नाम सामने आया था। इसके बाद सुनील बंसल के नाम की भी चर्चा हुई थी, लेकिन इन सभी नामों के फडणवीस का नाम सबसे आगे माना जा रहा है।
शाह के साथ दिखी थी नजदीकी
राजनीतिक हलकों में पीएम मोदी के साथ फडणवीस की मुलाकात वाली तस्वीरों को कई एंगल से देखा जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेहद खास तरीके से फडणवीस के साथ चर्चा की थी।
इससे पहले केंद्रीय मंत्री अमित शाह के पुणे दौरे में उनकी नजदीकी सामने आई थी। फडणवीस को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का भी विश्वासपात्र माना जाता है। अगर फडणवीस केंद्र में जाते हैं तो राज्य में पार्टी नई लीडरशिप को आगे ला सकती है।
इतना ही नहीं अगर पिछले चुनावों को देखें तो देवेंद्र फडणवीस देश भर में बीजेपी के प्रचार के लिए जाते रहे हैं। फडणवीस हिंदी में अच्छा बोलते हैं। देवेंद्र फडणवीस के समर्थकों का मानना है कि वह पीएम मोदी नरेंद्र मोदी और अमित शाह का मिक्स वर्जन हैं। वह पीएम मोदी की दूरदृष्टि और अमित शाह की कूटनीति को अमली जामा पहना सकते हैं।