लखनऊ। जनसत्तादल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष व प्रतापगढ़ जनपद के कुंडा विधानसभा क्षेत्र से विधायक कुंवर रघुराज प्रताप सिंह उर्फ़ राजा भैया ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र की शुरुआत के मौके पर सोमवार को सदन में अपनी बात रखी।
उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों ने संभल प्रकरण में जो भी तर्क दिए हैं वो आपत्तिजनक है। सदन की कार्रवाई लाइव देखी जाती है। रिकॉर्ड भी रहता है। पहली बात यह स्पष्ट हो जानी चाहिए कि संभल में जो भी सर्वे हुआ है, वह न्यायालय के आदेश के क्रम में हुआ है। मेरे से पूर्व जितने भी लोग बोले हैं किसी ने पत्थरबाजी का जिक्र नहीं किया।
इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि क्या पत्थरबाजी से न्यायालय का आदेश बदल जाता है। यदि न्यायालय ने कोई आदेश दिया तो उस आदेश को पलटने का क्या तरीका है कि उससे बड़ी अदालत में जाएं, कि सड़क पर खड़े होकर पत्थर प्रशासन पर पुलिस पर चलाया जाएगा।
मंदिर सर्वे से हमें आपत्ति नहीं
राजा भैया ने कहा कि सदन में एक बात और कही गई कि सर्वे शांतिपूर्ण चल रहा था। एक हिंदू होने के नाते, एक सनातनी होने के नाते हम तो यह कहते हैं कि न्यायालय किसी भी मंदिर पर सर्वे का कोई आदेश करती है तो मैं नहीं समझता कि किसी को भी आपत्ति होगी। हमने किसी के धर्मस्थल तोड़कर कोई धर्मस्थल नहीं बनाए हैं। जहां करना हो, वहां सर्वे करें।
जनसत्ता पार्टी अध्यक्ष ने कहा कि हमें कोई आपत्ति नहीं होगी। हम कहीं पत्थर चलाने नहीं जाएंगे। हम न्यायालय के आदेश का सम्मान करेंगे। शासन-प्रशासन का काम कोर्ट के आदेश को लागू कराना है। इसलिए इस मुद्दे पर चर्चा कराई जाए।
बहराइच की घटना में मौत के घाट उतार दिए गए 22 वर्षीय राम गोपाल मिश्रा की भी चर्चा करते हुए राजा भैया ने कहा कि बहराइच के अंदर एक हिंदू नौजवान की महज इसलिए हत्या कर दी गई की उसने सिर्फ एक अपने धर्म का झंडा लगा दिया था।